नई दिल्ली/विदिशा: पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को जरूरतमंदों की सेवा करने के लिए भी जाना जाता है. गलती से सीमा लांघने के कारण मूक-बधिर लड़की गीता करीब 20 साल पहले पाकिस्तान पहुंच गयी थी. स्वराज के विशेष प्रयासों के कारण ही वह 26 अक्टूबर 2015 को स्वदेश लौट सकी थी.
सुषमा स्वराज को भोपाल का शर्मा परिवार देवी के रूप में याद कर रहा है. इस परिवार के दो दिन के बेटे ओम को सांस लेने में तकलीफ होने पर एयर एंबुलेंस से भोपाल से दिल्ली के एम्स भेजा और वहां इलाज करवाया. ओम आज स्वस्थ्य है और बेंगलुरू में अपने मम्मी पापा के पास रहता है. भोपाल में उसके नाना नानी और मामा दुश्यंत रहते हैं. दुश्यंत ने सुषमा को ट्वीट किया और सुषमा स्वराज ने शिवराज सिंह को ट्वीट कर मदद करने को कहा.
दुश्यंत बताते हैं, ''मेरे भांजे के जन्म लेने के बाद से ही उसे सांस लेने में तकलीफ थी, और वह बिना मास्क के सांस नहीं ले पा रहा था. डॉक्टर ने जब ये बताया कि पूरे मध्यप्रदेश में इस तरह की बीमारी का इलाज संभव नहीं है. इसलिए हमने सुषमा जी से मदद करने के लिए ट्वीट किया.''
इस बारे दुश्यंत ने आगे कहा, ''इस ट्वीट को हमने शाम को किया और सुबह सुषमा जी का जवाब आया कि उन्होंने सारी व्यवस्था कर दी है. शाम को एयर एंबुलेंस आई और एम्स में बच्चे का ऑपरेशन किया गया और यह सफल रहा.''
सुषमा स्वराज को भरे दिल से विदिशा की जनता याद कर रही है. सुषमा यहां से दो बार सांसद रही हैं, उन्होंने शहर को खूब सारी सौगातें दीं. सुषमा 21 फरवरी 2019 को विदिशा आयी थीं और ऐलान करके गयीं थी अब वो चुनाव नहीं लडेंगी, मगर विदिशा की जनता से प्यार बना रहेगा.