अमृतसर: नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का कप्तान बना दिया गया है लेकिन पार्टी के भीतर का दंगल अभी खत्म नहीं हुआ है. सिद्धू और पंजाब के कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच कलह अभी भी जारी है. इस बीच आज पंजाब कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर में स्वर्ण मंदिर पहुंचे. स्वर्ण मंदिर में उन्होंने माथा टेका. उनके साथ बड़ी संख्या में मंत्रियों और विधायकों का जमावड़ा भी दिखा. ये एक तरह से शक्ति प्रदर्शन बताया जा रहा है.


ताजपोशी के बाद से ही सिद्धू का समर्थकों से मिलना जारी है. आज उन्होंने सभी पार्टी विधायकों को अमृतसर स्थित अपने आवास पर नाश्ते के लिए बुलाया. अब ज्यादातर विधायक सिद्धू के साथ दिख रहे हैं. सिद्धू का दावा है कि उनके पास 62 विधायकों का समर्थन है. बता दें कि पंजाब में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 80 है.






सार्वजनिक रूप से माफी मांगे जाने तक सिद्धू से नहीं मिलेंगे अमरिंदर
अमरिंदर सिंह की ओर से मंगलवार को उन खबरों के खारिज कर दिया गया कि सिद्धू ने उनसे मुलाकात के लिए समय मांगा है. मुख्यमंत्री की ओर से साथ ही कहा गया कि जब तक सिद्धू सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ की गईं अपमानजक टिप्पणियों पर सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांग लेते, मुख्यमंत्री उनसे नहीं मिलेंगे.'


वहीं कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने कहा है कि सिद्धू को (सीएम से) माफी क्यों मांगनी चाहिए? यह कोई सार्वजनिक मुद्दा नहीं है. सीएम ने कई मुद्दों का समाधान नहीं किया है. ऐसे में उन्हें जनता से माफी भी मांगनी चाहिए.


अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठकराल ने ट्वीट किया, 'ये खबरें पूरी तरह झूठी हैं कि नवजोत सिंह सिद्धू मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से मिलने के लिये समय मांग रहे हैं. मुख्यमंत्री के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है. वह तब तक सिद्धू से नहीं मिलेंगे जब तक वह सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ की गईं अपमानजक टिप्पणियों पर सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांग लेते.'


ये भी पढ़ें-
ऑनलाइन खरीदारी करने वाले 72% ग्राहक नहीं चाहते सरकार सेल और डिस्काउंट पर बैन लगाए- लोकल सर्किल सर्वे


मनीष सिसोदिया का केंद्र पर हमला, कहा- जिम्मेदारी ले सरकार, केजरीवाल को गाली देने से पाप नहीं धुलेंगे