NBDA On I.N.D.I.A Anchors Ban: विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में शामिल दलों ने गुरुवार (14 सितंबर) को कुछ न्यूज़ चैनल्स के एंकर्स के शो का बहिष्कार करने का फैसला किया. इस फैसले की न्यूज़ ब्रॉडकास्ट एंड डिजिटल एसोसिएशन (NBDA) ने आलोचना की है.
एनबीडीए ने बयान जारी करते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन की मीडिया समिति ने कहा है कि वे कुछ पत्रकारों/एंकर्स के शो और कार्यक्रमों में अपने प्रतिनिधि नहीं भेजेंगे. गठबंधन की ओर से लिए गए निर्णय से एनबीडीए बहुत व्यथित और चिंतित है. इस फैसले ने एक खतरनाक मिसाल कायम की है.
"लोकतंत्र के लोकाचार के खिलाफ"
बयान में आगे कहा गया कि देश की कुछ शीर्ष टीवी समाचार हस्तियों के शो में भाग लेने से विपक्षी गठबंधन के प्रतिनिधियों पर प्रतिबंध लगाना लोकतंत्र के लोकाचार के खिलाफ है. ये असहिष्णुता का प्रतीक है और मीडिया की स्वतंत्रता को खतरे में डालता है.
"आपातकाल के दौर में जाने जैसा"
आपातकाल के दौर का जिक्र करते हुए एनबीडीए ने कहा कि कुछ पत्रकारों/एंकर्स का बहिष्कार देश को आपातकाल के उस दौर में ले जाता है. जब प्रेस पर ताला लगा दिया गया था और स्वतंत्र आवाजों को कुचल दिया गया था.
फैसले को वापस लेने का आग्रह किया
एनबीडीए ने विपक्षी गठबंधन से इस फैसले को वापस लेने का आग्रह किया है क्योंकि इस तरह का निर्णय पत्रकारों को डराने-धमकाने और मीडिया की बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाने जैसा होगा.
विपक्षी गठबंधन के नेता क्या बोले?
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख और विपक्षी गठबंधन की मीडिया समिति के सदस्य पवन खेड़ा ने गुरुवार को ये लिस्ट जारी करते हुए कहा था कि रोज शाम पांच बजे से कुछ चैनलों पर नफरत की दुकानें सजाई जाती हैं. हम नफरत के बाजार के ग्राहक नहीं बनेंगे. हमारा उद्देश्य नफरत मुक्त भारत है.
उन्होंने कहा कि बड़े भारी मन से यह निर्णय लिया गया कि कुछ एंकर के शो व कार्यक्रमों में हम भागीदार नहीं बनें. हमारे नेताओं के खिलाफ अनर्गल टिप्पणियां, फेक न्यूज़ आदि से हम लड़ते आए हैं और लड़ते रहेंगे, लेकिन समाज में नफरत नहीं फैलने देंगे.
ये भी पढ़ें-