नई दिल्ली: कल से एक खबर सुर्खियों में है. एक तस्वीर सामने आने के बाद से दावा किया जा रहा है कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश की सीमा में घुसकर एक आधुनिक गांव बना लिया है. चीन अपने पड़ोसियों के आंगन में घुसकर पहले गांव बनाता है और फिर उनकी जमीन पर अपना दावा ठोंकता है. लेकिन भूटान और नेपाल के बाद इस बार गांव भारत से सटे इलाके में गांव बनाने की खबर है.


चीन ने जिस हिस्से में गांव बनाया है वो अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले में पड़ता है जो वास्तविक नियंत्रण रेखा से सटा हुआ है और करीब साढ़े चार किलोमीटर दूर है. चीन ने इस गांव में करीब 101 पक्के घरों का निर्माण किया है. लेकिन यहां सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि इस इलाके पर पर साल 1959 से ही चीन का कब्जा है. जिस जमीन पर चीन ने घर बनाए हैं वहां 1959 में चीन ने कब्जा किया था और साल 1962 में भारत चीन युद्ध के बाद भी चीन ने ये जमीन खाली नहीं की थी. अक्साई चिन की तरह अरुणाचल प्रदेश का ये इलाका चीन के कब्जे में ही था.


कहा जा रहा है कि डोकलाम विवाद में भारत से मुंह की खाने के बाद चीन ने अरुणाचल प्रदेश में ये साजिश रची है. साल 2019 में बीजेपी सांसद तापिर गाओ में संसद में ये मुद्दा उठाते हुए कहा था कि अरुणाचल प्रदेश में अगला डोकलाम हो सकता है.


दरअसल चीन सीमा से सटे पड़ोसी देशों में जितने भी खाली इलाके हैं वहां गांव बसाने में जुटा हुआ है. वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भी वो यही कर रहा है. ताकि युद्ध की परिस्थिति में इन गावों को सैनिक बैरक के तौर पर इस्तेमाल किया जा सके.


कांग्रेस नेता राहुल गांधी से लेकर चिदंबरम तक ने इस मुद्दे पर मोदी सरकार पर हमले शुरू कर दिए. राहुल गांधी ने तंज कसते हुए ट्वीट किया, "उनका वादा याद कीजिए जो कहते थे- मैं देश नहीं झुकने दूंगा." जबकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने ट्वीट करके कहा कि क्या इस बार भी चीन को क्लीन चिट देंगे और पिछली सरकार पर दोषारोपण करेगी?


कांग्रेस के तमाम तंज और सवालों का जवाब देने सामने आए अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी सांसद तापिर गाओ सामने आए. उन्होंने कि चीन का अरुणाचल के जिस हिस्से में कब्जा है वो मोदी सरकार के कार्यकाल में नहीं बल्कि कई दशकों से है. उन्होंने कहा, "मैंने नवंबर के आसपास जीरो प्रश्नकाल में संसद में ये मुद्दा उठाया था. 50-60 किमी. तक चीन भारत के क्षेत्र में कब्जा करके बैठा है. पेट्रोलिंग नहीं है वहां. चीन ने सारा इंफ्रास्ट्रक्चर, मिलिट्री कैंप मैकमोहन लाइन के अंदर बना रखे हैं. आप विपक्ष जो मोदी पर सवाल उठा रहा है इन लोगों को मैं बताना चाहता हूं ये सब एक दिन में नहीं हुआ न ही एक साल में."


बीजेपी सांसद तापिर गाओ ने बताया कि कैसे चीन ने कब्जा किया और पूछा कि दशकों तक चीन भारत के इलाके में कब्जा करता रहा तब खुफिया एजेंसियों ने क्या भारत सरकार को सूचना नहीं दी थी.


विदेश मंत्रालय ने अरुणाचल प्रदेश की सीमा में चीन के गांव बसाने वाली खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है देश की सुरक्षा पर असर डालने वाले समस्त घटनाक्रमों पर नजर बनी हुई है. भारत अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाता है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत देश के नागरिकों के लिए सड़कों और पुलों समेत सीमा पर निर्माण को तेज कर चुका है. चीन पिछले कई सालों से निर्माण में जुटा है और हमारी सरकार जवाब में सड़कों और पुल बनाकर सीमा पर बुनियादी निर्माण के काम को तेज करने में जुटी है.


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