Special Kit to Detect Poison in Food: अपने पहले जमाने में सुना होगा कि किसी भी वीआईपी के खाना सर्व करने से पहले उस खाने को बनाने वाले व्यक्ति (Cook) को टेस्ट करके यह प्रमाणित करना पड़ता था कि इसमें कोई जहर तो नहीं है. लेकिन, अब यह बातें पुरानी हो गई है. इस 21वी सदी में किसी व्यक्ति की जान को खतरे में डालना की कोई जरूरत नहीं है. आज तमाम ऐसी टेक्नॉलजी मौजूद है जो खाने में पड़ी किसी भी विषैले पदार्थ का पता लगाया जा सकता है. बता दें कि प्रोटोकॉल के मुताबिक किसी भी VIP को खाना परोसने से पहले इस बात की तस्दीक करनी होती है कि खाने में किसी प्रकार का जहर या कोई विषैला पदार्थ तो नहीं है. VIP खाने की गुणवत्ता जांचने के लिए National Forensic Sciences University (NFSU) ने एक किट बनाया है. यह खाने की गुणवत्ता को जांचने में केवल 10 मिनट का समय लेता है.


टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक यह स्पेशल किट जनवरी 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा. NFSU के वाइस चांसलर जे एम व्यास ने बताया कि देश में की कई एजेंसियों ने इस केमिकल बेस्ड किट को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है. उन्होंने आगे कहा कि यह देश का पहला ऐसा किट है जो केवल 10 मिनट में खाने की गुणवत्ता की जांच कर लेगा.


बता दें कि इस किट से खाने में पड़े विषैले तत्व के साथ-साथ नशीले पदार्थों का भी पता लगाया जा सकता है. इसके साथ-साथ किट की मदद से नकली या मिलावटी दूध आदि खाने की चीजों का पता लगाया जा सकता है. यह केमिकल रिएक्शन के सिद्धांत पर काम करता है. इस किट से 40 से अधिक विषैले पदार्थों का पता कुछ ही मिनटों में लगाया जा सकता है. इस तकनीक से समय की भी बचत होगी क्योंकि पहले VIP को सर्व करने से 30 मिनट पहले किसी व्यक्ति को टेस्ट करना पड़ता था. अब ऐसा करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. बता दें कि खाने की जांच का सुरक्षा प्रोटोकॉल का सबसे जरूरी भाग है.


गुजरात में एक अधिकारी ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि राज्य में 'Vibrant Gujarat Summit' जैसे बड़े कार्यक्रमों का आयोजन होता है. ऐसे में इंसानी गलती होने की संभावना रहती है लेकिन, इस तरह के किट के मिल जाने से इसकी संभावना कम हो जाएंगी. 


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