NHRC ने मुंडका आग पर दिल्ली सरकार से मांगी रिपोर्ट, जांच के लिए भेजी टीम
NHRC Seeks Report Delhi Government: एनएचआरसी ने दो सप्ताह में दिल्ली सरकार से मुंडका फायर को लेकर रिपोर्ट मांगी है और अपनी टीम को जांच के लिए घटनास्थल पर भेजा है.
NHRC Seeks Report Delhi Government: एनएचआरसी ने दिल्ली के मुंडका में लगी आग की घटना पर गंभीर चिंता व्यक्त की है और अधिकारियों की लापरवाही के बारे में जानकारी दी है. एनएचआरसी ने दो सप्ताह में दिल्ली सरकार से मुंडका फायर को लेकर रिपोर्ट मांगी है और अपनी टीम को जांच के लिए घटनास्थल पर भेजा है. आपको बता दें कि शुक्रवार की शाम को लगभग 4 बजे दिल्ली के मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास एक चार मंजिला इमारत में आग लग गई थी. इस हादसे में 27 लोगों की जान चली गई. हादसे में 12 लोग घायल हैं इनमें से कुछ की हालत गंभीर है.
हादसे के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घटना स्थल पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया था और हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान भी किया था. वहीं हादसे में घायलों को 50-50 हजार रुपये का मुआवजे का ऐलान किया था. इसके अलावा सीएम केजरीवाल ने कहा था कि जो भी इस मामले में दोषी पाया जाएगा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी किसी को बख्शा नहीं जाएगा.
पुलिस ने फैक्ट्री मालिक के दोनों बेटों को गिरफ्तार किया
हादसे वाली इमारत 4 मंजिला है जिसका उपयोग व्यावसायिक रूप से कंपनियों को कार्यालय स्थान प्रदान करने के लिए किया जाता है. हादसे के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए फैक्ट्री के मालिक के दोनों बेटों को गिरफ्तार कर लिया है. अभी हादसे वाली जगह से शवों की शिनाख्त भी नहीं हो पाई थी की मामले पर सियासत भी शुरू हो गई. सियासी दल एक दूसरे के ऊपर आरोप प्रत्यारोप करने लगे.
नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने दिल्ली सरकार पर हमला बोला
शनिवार को दिल्ली विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस अग्निकांड से जुड़े कई सवाल उठाए. बीजेपी नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए उनसे पूछा कि पिछले काफी दिनों से दिल्ली में अनेक जगह आग लगी है. मुंडका में जिस जगह आग लगी लोगों का कहना है कि वहां फायर विभाग की गाड़ियां देर से पहुंची. रामवीर सिंह बिधूड़ी के मुताबिक वहां के लोकल लोगों ने फंसे हुए लोगों की निकलने में मदद की. वहां समय से क्रेन भी नहीं पहुंची, वरना शायद कुछ और जानें बच जाती.
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