छत्तीसगढ़ ब्लास्ट मामले में NIA की बड़ी कार्रवाई, दो ओवर ग्राउंड वर्कर्स को किया गिरफ्तार
NIA Action Chhattisgarh Blast Case: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान बड़ेगोबरा गांव से मतदान के बाद लौट रहे मतदान दल और सुरक्षाकर्मियों पर हमला हुआ था.
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NIA Action In Chhattisgarh Blast Case: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दौरान IED ब्लास्ट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को बड़ी सफलता मिली है. गुरुवार को NIA ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन CPI (माओवादी) से जुड़े दो ओवरग्राउंड वर्कर्स को गिरफ्तार किया है. जांच एजेंसी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम धनेश राम ध्रुव उर्फ गुरु जी और रामस्वरूप मरकाम है. जिससे अभी पूछताछ की जा रही है.
गिरफ्तार आरोपियों की भूमिका
जांच में पता चला कि दोनों आरोपी धनेश राम ध्रुव और रामस्वरूप मरकाम माओवादी आतंकियों को IED बनाने के लिए जरूरी सामग्री और लॉजिस्टिक सपोर्ट मुहैया करवा रहे थे. दरअसल 17 नवंबर 2023 को छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के बड़ेगोबरा गांव में विधानसभा चुनाव के दौरान आईईडी धमाका हुआ था. इस हमले में भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के एक हेड कांस्टेबल शहीद हो गए थे. ये धमाका उस समय किया गया जब पोलिंग टीम और सुरक्षा बल मतदान की प्रक्रिया पूरी कर लौट रहे थे.
NIA की जांच में क्या सामने आया?
यह हमला CPI (माओवादी) के सेंट्रल कमेटी मेंबर गणेश उईके और मनोज तथा स्पेशल जोनल कमेटी मेंबर सत्यंम गवाड़े की साजिश थी. माओवादियों ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया था और इसी कारण इस हमले को अंजाम दिया गया. हमला गौबरा दलम के माओवादी आतंकियों ने किया, जिसमें बड़ेगोबरा और छोटेगोबरा गांव के ओवरग्राउंड वर्कर्स ने मदद की.
कैसे हुई जांच?
इस मामले की शुरुआती जांच मैनपुर थाने में हुई थी. लेकिन 22 फरवरी 2024 को इस मामले की जांच को NIA ने अपने हाथ में ले लिया. दिसंबर 2024 में NIA ने इस मामले में 10 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी. जांच अभी भी जारी है. NIA ने कहा कि इस मामले में अभी और गिरफ्तारियां हो सकती हैं. जांच एजेंसी माओवादियों के संपर्क सूत्रों और फंडिंग नेटवर्क पर काम कर रही है.
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