NIA Raids: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार आतंकी संगठन आईएसएस की गतिविधियों और कोयंबटूर काम बम धमाका मामले में तमिलनाडु के 21 ठिकानों पर छापेमारी की है और चार लोगों को गिरफ्तार किया है.


आतंकवाद के खिलाफ एनआईए की ओर से यह कार्रवाई शनिवार (10 फरवरी) को की गई. एनआईए ने आईएसआईएस की ओर से कट्टरपंथ को बढ़ावा देने और आतंकी संगठन के लिए युवाओं की भर्ती कराने के मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी की है.


एनआईए की छापेमारी में क्या कुछ बरामद हुआ?


एनआईए ने जिन ठिकानों पर छापे मारे, वहां से बड़ी संख्या में इलेक्ट्रॉनिक उपरकरण, अन्य चीजें और दस्तावेज जब्त किए गए हैं. बरामद की गई चीजों में छह लैपटॉप, 25 मोबाइल फोन, 34 सिम कार्ड, छह एसडी कार्ड और तीन हार्ड डिस्क आदि शामिल हैं.


कट्टरपंथ मामले के संबंध में मद्रास अरबी कॉलेज/कोवई अरबी कॉलेज से जुड़ी 11 जगहों पर छापे मारे गए. आरोप के मुताबिक, तमिलनाडु में अपने क्षेत्रीय अध्ययन केंद्रों पर कट्टरपंथी विचारधाराओं के प्रचार और हिंसक जिहाद को बढ़ावा देने के माध्यम से अरबी भाषा कक्षाओं की आड़ में भोले-भाले युवाओं को गुप्त रूप से कट्टरपंथी बनाने में शामिल व्यक्ति शामिल थे.


कट्टरपंथी उपदेश के लिए कक्षाओं और सोशल मीडिया का हुआ इस्तेमाल


अरबी कक्षाओं के अलावा व्हाट्सएप और टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और एप्लिकेशन के माध्यम से कट्टरपंथ को ऑनलाइन किया गया. एनआईए की जांच में हुआ खुलासा कि आईएसआईएस के गुर्गे भारत के धर्मनिरपेक्षता, लोकतंत्र आदि के संवैधानिक रूप से स्थापित सिद्धांतों के खिलाफ खिलाफत और आईएसआईएस विचारधारा का प्रचार करने के लिए कट्टरपंथी उपदेश देने के लिए कक्षाओं और सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे थे.


एनआईए ने कार बम धमाका मामले से जुड़े अन्य 10 ठिकानों पर एक साथ छापा मारा. जांच से पता चला है कि संदिग्धों ने मार गए श्रीलंकाई आतंकी जहरान हाशिम की तारीफ की थी, जो नफरत और हिंसा का प्रचार कर रहा था और उसने पीबीआईईडी हमले की साजिश रची थी, जिसमें 2019 में श्रीलंका के कोलंबो में 250 से अधिक नागरिक मारे गए थे.


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