NIA ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादियों को शरण देने के आरोप में एक शख्स को किया गिरफ्तार
एनआईए ने आरोपी को विशेष अदालत के सामने पेश किया जहां से उसे पूछताछ के लिए 5 दिन की रिमांड पर भेजा गया है.
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादियों को शरण देने और सुविधाएं मुहैया कराने के आरोप में तारिक हुसैन गिरी नामक शख्स को गिरफ्तार किया है. तारिक पर आरोप है कि उसने किश्तवाड़ के जिला मजिस्ट्रेट की सुरक्षा में तैनात प्रभारी से उसकी सर्विस राइफल छीनने वाले हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादियों को शरण और सुविधाएं मुहैया कराई थी. एनआईए ने तारिक को विशेष अदालत के सामने पेश किया जहां से उसे पूछताछ के लिए 5 दिन की रिमांड पर भेजा गया है.
एनआईए के एक आला अधिकारी ने बताया कि मामला साल 2019 का है जिसमें किश्तवाड़ के जिला मजिस्ट्रेट की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा प्रभारी से हिजबुल मुजाहिद्दीन के दो आतंकवादियों ओसामा बिन जावेद और हारून अब्बास वानी ने उसकी सर्विस राइफल छीन ली थी. यह घटना नवंबर 2018 से सितंबर 2019 की अवधि के दौरान हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों द्वारा की गई आतंकी घटनाओं की चार वारदातों में से एक थी.
एनआईए के मुताबिक यह मामला पहले किश्तवाड़ के एक स्थानीय थाने में दर्ज किया गया था जिसे बाद में जांच के लिए एनआईए को सौंप दिया गया था. एनआईए ने इस मामले की जांच के दौरान पाया कि हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादियों को स्थानीय स्तर पर शरण और सुविधाएं मिली हुई थीं जिनके आधार पर वह इन घटनाओं को अंजाम दे रहे थे.
जांच के दौरान एनआईए को यह भी पता चला कि हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी हथियार छीनने की ये घटनाएं इसलिए करते हैं जिससे इन सरकारी हथियारों से किसी बड़ी आतंकवादी घटना को अंजाम दिया जा सके. एनआईए को यह भी पता चला कि जिन दो आतंकवादियों ने किश्तवाड़ के जिला मजिस्ट्रेट की सुरक्षा में तैनात अधिकारी से राइफल छीनी थी उन्हें तारिक ने शरण और सुविधाएं उपलब्ध कराई थीं. यह भी मालूम चला कि तारिक को इस बात का भी पता था कि यह दोनों हिज्बुल मुजाहिदीन के सक्रिय आतंकवादी हैं और इन लोगों का सरकारी हथियारों की लूट से भी गहरा संबंध है. यह सब जानकारी होने के बावजूद तारिक इन आतंकवादियों को लगातार रुकने के स्थान तथा अन्य सुविधा मुहैया कराईं.
एनआईए के आला अधिकारी के मुताबिक एक जानकारी के आधार पर तारिक को गिरफ्तार किया गया और उसे एनआईए की विशेष अदालत के सामने पेश किया गया. जहां से उसे पूछताछ के लिए 5 दिनों के लिए रिमांड पर लिया गया है. एनआईए जानना चाहता है कि तारिक के संपर्क में हिज्बुल मुजाहिदीन के और कौन-कौन से आतंकवादी थे और साथ ही उसने किन-किन आतंकी वारदातों में किस-किस आतंकवादी को कौन-कौन सी सुविधाएं उपलब्ध कराई थीं. मामले की जांच जारी है. यह भी पढ़ें: