NIA ने आतंकी हरप्रीत सिंह को किया गिरफ्तार, लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट के साजिशकर्ताओं में था शामिल
Ludhiana Court Blast: इससे पहले एनआईए ने वांटेड आतंकी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. स्पेशल एनआईए कोर्ट से गैर-जमानती वारंट समेत लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया था.
NIA Arrested Terrorist Harpreet Singh: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मलेशिया के कुआलालंपुर से फरार आतंकवादी हरप्रीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. एनआई ने कहा कि पाकिस्तान स्थित इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (ISYF) का स्वयंभू चीफ हरप्रीत और लखबीर सिंह रोडे का सहयोगी है. वह साल 2021 में लुधियाना कोर्ट बिल्डिंग ब्लास्ट (Ludhiana Court Building Blast) में साजिशकर्ताओं में से एक था. इस विस्फोट में एक की मौत हो गई थी और 6 लोग घायल हुए थे.
एनआईए के मुताबिक, रोडे के निर्देश पर हरप्रीत ने विशेष रूप से बनाई गई आईईडी की डिलीवरी का कोऑर्डिनेट किया था, जिसे पाकिस्तान (Pakistan) से उसके भारत स्थित सहयोगियों को भेजा गया था. इसका इस्तेमाल लुधियाना कोर्ट कॉम्प्लेक्स ब्लास्ट में किया गया था. गिरफ्तार आरोपी हरप्रीत सिंह विस्फोटकों, हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी सहित कई मामलों में भी शामिल और वांटेड था.
इससे पहले एनआईए ने वांटेड आतंकी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था, जिसके खिलाफ स्पेशल एनआईए कोर्ट से गैर-जमानती वारंट समेत लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया था. इस मामले में आगे की जांच जारी है.
STF ने 4 लोगों को दबोचा था
आतंकी हरप्रीत सिंह की गिरफ्तारी से पहले इसी साल मई में पंजाब स्पेशल टास्क फोर्स ने लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट के लिए इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) सप्लाई करने के आरोप में दिलबाग सिंह को गिरफ्तार किया था. एसटीएफ ने दिलबाग समेत ब्लास्ट की साजिश मे शामिल उसके तीन और साथियों को अमृतसर से दबोचा था. इन तीनों पर आरोप था कि उन्होंने कथित तौर पर कोर्ट ब्लास्ट को अंजाम देने वाले बर्खास्त कांस्टेबल गगनदीप को आईईडी मुहैया कराई थी.
एसटीएफ ने साजिश का खुलासा करते हुए बताया था कि इस ब्लास्ट को अंजाम देने के लिए आईईडी ड्रोन के जरिए पाकिस्तान से पंजाब भेजी गई थी. एसटीएफ के मुताबिक, तीन आईईडी को ड्रोन के जरिए भेजा गया था, जिनमें से एक का इस्तेमाल लुधियाना ब्लास्ट में किया गया था.
एनआईए को सौंपी गई जांच
लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट केस में पंजाब पुलिस ने पिछले साल 23 दिसंबर को अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज किया था. उसके बाद इस साल 13 जनवरी को एनआईए को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई.
एनआईए ने जांच के दौरान कहा कि लुधियाना कोर्ट विस्फोट में मारे गए व्यक्ति की पहचान खन्ना निवासी गगनदीप सिंह के रूप में हुई है. धमका इतना जोरदार था कि कोर्ट परिसर की एक दीवार क्षतिग्रस्त हो गई और कोर्ट परिसर में खड़ी कुछ गाड़ियों के शीशे तक टूट गए थे. एनआईए ने बताया कि जिस समय ब्लास्ट किया गया उस समज जिला अदालत काम कर रही थी.
इसे भी पढ़ेंः-
Maharashtra: पुणे में जापानी बुखार का पहला केस मिला, मच्छरों के सैंपल भी जांच के लिए भेजे