नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल और केरल में अलकायदा मॉड्यूल मामले की जांच में एनआईए ने अलकायदा के लिए साजिश करने वाले एक मुख्य षड्यंत्रकारी को गिरफ्तार किया है. इस षड्यंत्रकारी का नाम अब्दुल मोमिन मंडल निवासी मुर्शिदाबाद कोलकाता बताया गया है. यह शख्स मुर्शिदाबाद जिले के रायपुर स्थित इस्लामिया मदरसा में एक शिक्षक के तौर पर काम कर रहा था. एनआईए ने इस मामले में पिछले महीने अलकायदा के कोलकाता मॉड्यूल के 10 सदस्यों को कोलकाता समेत विभिन्न जगहों से गिरफ्तार किया था.
एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि केरल और पश्चिम बंगाल में अलकायदा से संबंधित मामलों में जांच के दौरान अब्दुल मोमिन मंडल का नाम सामने आया था. एजेंसी में जब इसकी जांच और आगे बढ़ाई तो पता चला मंडल मुर्शिदाबाद जिले के रायपुर स्थित एक इस्लामिया मदरसा में बतौर टीचर काम कर रहा है.
आरोप है कि अलकायदा के कार्यकर्ता के तौर पर यह शख्स अलकायदा मॉड्यूल के सदस्यों द्वारा बुलाई गई बैठक में लगातार शामिल होता था और साथ ही अब यह नए सदस्यों की भर्ती करने की भी कोशिश कर रहा था. यह भी आरोप है कि आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए यह शख्स धन भी जुटा रहा था.
अब्दुल मोमिन मंडल के यहां मारे गए छापे के दौरान एनआईए को अनेक डिजिटल उपकरण बरामद हुए हैं. मंडल को आज जिला अदालत मुर्शिदाबाद में पेश किया गया जहां अदालत को बताया गया कि इस मामले की जांच एनआईए की दिल्ली शाखा द्वारा की जा रही है लिहाजा इसे ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली भेज दिया जाए.
मामले की गंभीरता को देखते हुए मुर्शिदाबाद अदालत ने अब्दुल मोमिन मंडल को ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया है. एनआईए के आला अधिकारी के मुताबिक अब इस शख्स को दिल्ली लाया जा रहा है जहां इससे आगे की पूछताछ की जाएगी.
एनआईए के अधिकारियों के मुताबिक, अलकायदा से संबंधित मामलों की जांच के दौरान अब तक यह बात उभर कर सामने आई है कि अलकायदा अब शारीरिक तौर पर बुलाकर लोगों की भर्तियां नहीं कर रहा है बल्कि उसने जिहाद के नाम पर लोगों को सोशल मीडिया वेबसाइट आदि के जरिए भड़का कर उन्हें अपना सदस्य बना रहा है.
इन सदस्यों को इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के जरिए ही बम बनाने आदि की ट्रेनिंग भी दी जा रही है. साथ ही इन लोगों को मौका मिलते ही आत्मघाती हमला करने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है. एनआईए के अधिकारी के मुताबिक, इस मामले में पिछले दिनों उड़ीसा और बंगाल से जो लोग गिरफ्तार किए गए थे उनसे पूछताछ के दौरान कई खुलासे भी हुए हैं जिनकी जांच की जा रही है और उन्हें खुलासों के आधार पर अब्दुल मोमिन मंडल को भी गिरफ्तार किया गया है. एनआईए जानना चाहता है कि इनके नए टारगेट क्या थे और आखिर यह धन किस तरह से किन लोगों के जरिए इकट्ठा कर रहे थे मामले की जांच जारी है.
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