NIA ने अल्ताफ को किया गिरफ्तार, टीचिंग की आड़ में करता था लश्कर-ए-तैयबा में भर्ती कराने का काम
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए ) के एक आला अधिकारी ने बताया की पश्चिम बंगाल की 24 परगना जिले की बदुराई थाना पुलिस ने 5 अप्रैल 2020 को देशद्रोह समेत अनेक आपराधिक धाराओं के तहत एक मुकदमा दर्ज किया था.
नई दिल्ली: कहने को तो अल्ताफ अहमद जम्मू कश्मीर में टीचर के तौर पर पढ़ाने का काम करता था लेकिन उसकी आड़ में अल्ताफ आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा में भर्ती कराने का काम भी करता था. अब एनआईए ने अल्ताफ को गिरफ्तार कर लिया है और इस बात की जांच की जा रही है कि पूरे देश में उसके तार कहां तक फैले हुए थे. अल्ताफ की गिरफ्तारी कोलकाता पुलिस के जरिए लश्कर-ए-तैयबा में भर्ती किए जाने को लेकर दर्ज किए गए एक मुकदमे में की गई है.
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए ) के एक आला अधिकारी ने बताया की पश्चिम बंगाल की 24 परगना जिले की बदुराई थाना पुलिस ने 5 अप्रैल 2020 को देशद्रोह समेत अनेक आपराधिक धाराओं के तहत एक मुकदमा दर्ज किया था. इस मुकदमे के अंतर्गत तानिया परवीन पुत्री अलामिन मंडल को भी गिरफ्तार किया गया था. इस मामले में आरोप था कि आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा अपना जाल फैलाने के लिए अपने एजेंटों के माध्यम से पूरे भारत में ऐसे युवाओं की भर्ती कर रहा है जो जिहाद को बढ़ावा देना चाहते हैं और गिरफ्तार युवती उसी साजिश का एक हिस्सा थी.
इस मामले में मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद राज्य सरकार ने जांच के लिए मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंप दिया था. राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने मामले की आरंभिक जांच के बाद गिरफ्तार तानिया परवीन के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत आरोप पत्र कोर्ट के सामने पेश भी कर दिया था. एनआईए के आला अधिकारी के मुताबिक इस मामले की जांच के दौरान पता चला था कि तानिया परवीन जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा इलाके के रहने वाले अल्ताफ अहमद राथर के संपर्क में आई थी.
जांच के दौरान पता चला कि अल्ताफ अहमद बांदीपुर के स्कूल में बतौर शिक्षक काम करता था लेकिन वह आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का समर्थक भी था और इसी के तहत वह अनेक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक्टिव था. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अल्ताफ यह देखता था कि किस युवा की सोच जिहाद की तरफ है. ऐसे युवाओं को बहला-फुसलाकर अल्ताफ उन्हें आतंकवादी संगठन में भर्ती कराया करता था.
तानिया परवीन से अल्ताफ का संपर्क सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए ही हुआ था और उसने इसी प्लेटफॉर्म के जरिए तानिया को साजिश के तहत आगे का काम सौंपा था. अभी तक की जांच के दौरान यह भी पता चला है कि अल्ताफ अहमद पाकिस्तान में बैठे लश्कर के आतंकवादियों से ऐसे भारतीयों के संपर्क भी कराता था जो आगे काम करने के लिए तैयार रहते थे. आरोप है कि उसने तानिया परवीन की भी पाकिस्तान में बैठे लश्कर की सदस्यों से बात कराई थी, जिससे आगे की साजिश को अंजाम दिया जा सके. फिलहाल एनआईए ने अल्ताफ को गिरफ्तार कर लिया है और अब आगे की जांच जारी है.