कर्नाटक: नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी एनआईए ने बेंगलुरु से आप्थाल्मालॉजिस्ट को गिरफ्तार किया है. बेंगलुरु के एमएस रमैया मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई करने वाला आप्थाल्मालॉजिस्ट का नाम अब्दुल रहमान बताया जा रहा है. एनआईए गिरफ्त में आया यह शख्स एक ऐसे मेडिकल एप्लीकेशन पर काम कर रहा था, जिसकी मदद से ISIS के बीमार आतंकियों का इलाज किया जाता था.
उसे गिरफ्तार करने के बाद NIA ने कर्नाटक पुलिस के साथ मिलकर बेंगलूरु में उससे जुड़े तीन जगहों पर सर्च ऑपरेशन चलाया और डिजिटल उपकरण, मोबाइल फोन, लैपटॉप सहित कई संदिग्ध सामान जब्त किए. NIA के स्टेटमेंट के मुताबिक 28 वर्षीय रहमान ने ISIS आतंकवादियों के इलाज के लिए 2014 की शुरुआत में सीरिया में आईएसआईएस के एक मेडिकल कैंप का दौरा भी किया था. जहां वो 10 दिनों तक इस्लामिक स्टेट के गुर्गों के साथ रहा था.
आरोपी बेंगलुरु के बसवनगुडी का निवासी है जो कि दिल्ली के जामिया नगर से गिरफ्तार किए गए एक कश्मीरी दंपति जहांजीब सामी वानी और हिना बशीर बेघ के संपर्क में था. दिल्ली के इस दंपति पर आरोप था कि वे Islamic State Khorasan Province के लिए काम करते हैं.
उसी से मिली लिंक के बाद दिल्ली पुलिस ने यह खुलासा किया और एनआईए ने अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए आज बेंगलुरु से शख्स को गिरफ्तार कर लिया है. इसी कड़ी में NIA ने पुणे से सादिया शेख और नबील खत्री को भी हाल ही में गिरफ़्तार किया था.
एनआईए का कहना है कि पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपी अब्दुर रहमान ने कबूल किया कि वह आरोपी जहानजीब सामी और सीरिया में ISIS के दूसरे गुर्गों के साथ आईएसआईएस गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए सुरक्षित मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर साजिश रच रहा था.
साथ ही वह संघर्ष-क्षेत्रों में घायल ISIS कैडरों की मदद के लिए एक मेडिकल एप्लीकेशन विकसित करने और ISIS लड़ाकों के लिए एक हथियारों से संबंधित एप्लीकेशन बनाने की प्रक्रिया में था. गिरफ्तारी के बाद अब उसे दिल्ली एनआईए की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा और उससे पूछताछ के लिए एनआईए की रिमांड मांगी जाएगी.
यह भी पढ़ें.
सुशांत सिंह राजपूत मामला: क्या CBI को सौंपा जाएगा केस? SC का कल आ सकता है फैसला
बारामूला में ढेर तीन आतंकियों में से दो लश्कर के टॉप कमांडर, BJP नेता वसीम बारी के थे हत्यारे