NIA Arrested CPI Worker On Armed Funding Case: एनआईए (NIA) ने बिहार (Bihar) के मगध (Magadh) जोन में प्रतिबंधित संगठन सीपीआई माओवादी (CPI Maoist) को फिर से जिंदा करने की साजिश के मामले में तरुण कुमार (Tarun Kumar) नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि तरुण कुमार सीपीआई माओवादी के लिए पैसा इकट्ठा करने का काम करता था. गिरफ्तार आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है.
एनआईए के एक आला अधिकारी ने बताया कि इस षड्यंत्र के बाबत पहले बिहार के जहानाबाद जिले के हुलासगंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था. इस मामले में आरोप था कि इस प्रतिबंधित संगठन के कई नेता जिनमें प्रदुमन शर्मा, योगेंद्र रविदास, सीपीआई माओवादी के सशस्त्र काडर का नेता नागेंद्र गिरी अभिनव उर्फ गौरव, सीपीआई माओवादी को हथियार सप्लाई करने वाला धनंजय पासवान ने मिलकर इस संगठन की जड़ें बिहार के मगध जोन में जमाई. वो सब मिलकर इस संगठन की जड़ें बिहार के मगध में जमाने में लगे हुए हैं.
इलाके में अशांति फैलाने की थी तैयारी
यह भी आरोप है कि इन लोगों ने षड्यंत्र रचा था कि जब इस संगठन की जड़ें बन जाएंगी तो इन इलाकों में बड़ी आसानी से अशांति फैलाई जा सकती है. साथ ही बड़ी वारदातों को भी अंजाम दिया जा सकता है. इस काम के लिए उन्होंने हथियार और गोला बारूद खरीदने, माओवादी कैडरों की भर्ती करने, उनको ट्रेनिंग देने और आईईडी दिए जाने की ट्रेनिंग लेने के लिए फंड एकत्र करना भी शुरू कर दिया था.
इन लोगों की योजना थी कि विभिन्न जेलों में बंद नक्सलियों और ग्राउंड वर्करों के बीच समन्वय स्थापित कराया जाए जिससे हिंसक घटनाओं में बढ़ोतरी हो सके. एनआईए ने इस मामले में संज्ञान लेकर 30 दिसंबर को खुद ही मुकदमा दर्ज किया था.
सीपीआई माओवादी के लिए इकट्ठा करते थे फंड
एनआईए (NIA) के आला अधिकारी के मुताबिक इस मामले में छानबीन के बाद तरुण कुमार (Tarun Kumar) नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया. आरोप है कि तरुण यह सब सीपीआई माओवादी (CPI Maoist) के लिए फंड एकत्र करने का काम कर रहा था. साथ ही वह इस बात की भी कोशिश कर रहा था कि वहां के पुराने माओवादी फिर से इस संगठन में शामिल हो जाएं जिससे हिंसा की वारदातों को अंजाम दिया जा सके.