NIA Raid: हिज्ब-उत-तहरीर मामले में NIA का एक्शन, तमिलनाडु में 10 ठिकानों पर मार छापा; दो आरोपी गिरफ्तार
NIA Raid in Tamil Nadu: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हिज्ब-उत-तहरीर के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनका मकसद भारत में इस्लामिक खिलाफत को फिर से स्थापित करना था.
NIA Raid in Tamil Nadu: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने रविवार (3, जून) को तमिलनाडु के पांच जिलों में 10 स्थानों पर छापेमारी की. इस दौरान एनआईए ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. एनआईए ने ये कार्रवाई हिज्ब-उत-तहरीर मामले में की है.
दरअसल, गिरफ्तार किए गए आरोपी हिज्ब-उत-तहरीर के सदस्य हैं, जो एक अंतरराष्ट्रीय पैन-इस्लामिस्ट और कट्टरपंथी संगठन है. इनका मकसद इस्लामिक खिलाफत को फिर से स्थापित करना. साथ ही हिज्ब-उत-तहरीर के संस्थापक तकी अल-दीन अल-नभानी की ओर से लिखे गए संविधान को लागू करने के लिए काम करना है.
अब्दुल रहमान और मुजीबुर रहमान को किया गिरफ्तार
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अब्दुल रहमान और मुजीबुर रहमान उर्फ मुजीबुर रहमान अल्थम साहिब के रूप में हुई है, दोनों तंजावुर जिले के रहने वाले हैं. एनआईए की जांच में पता चला है कि वे युवाओं को कट्टरपंथी विचारधाराओं में ढालने, लोकतंत्र और भारतीय संविधान, कानून और न्यायपालिका आदि को इस्लाम विरोधी के रूप में प्रचारित करने के लिए गुप्त सेंटर संचालित करने में शामिल थे.
NIA ने मोबाइल समेत कई दस्तावेज किए बरामद
जांच में पता चला है कि ट्रेनियों को सिखाया गया था कि भारत अब दारुल कुफ्र (गैर-विश्वासियों की भूमि) है और हिंसक जिहाद करके भारत में इस्लामिक राज्य की स्थापना करके इसे दारुल इस्लाम में बदलना उनका कर्तव्य है. NIA को छापेमारी के दौरान डिजिटल डिवाइस (मोबाइल फोन, लैपटॉप, सिम कार्ड और मेमोरी कार्ड) और कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं, जिनमें हिज्ब-उत-तहरीर, खिलाफा, इस्लामिक स्टेट और प्रस्तावित खिलाफा सरकार और उसकी विचारधारा वाली किताबें और प्रिंटआउट शामिल हैं.
बता दें कि यह मामला पहले भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 13 (1) (बी) के तहत तमिलनाडु के मदुरै शहर के थिदीर नगर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था.