नई दिल्ली: एनआईए ने बिहार के दरभंगा स्टेशन पर हुए बम धमाके मामले में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है. इनके नाम इमरान मलिक और मोहम्मद नासिर खान बताए गए हैं. यह दोनों रिश्ते में भाई बताए गये है. मूलत दोनों उत्तर प्रदेश के शामली जिले के रहने वाले हैं लेकिन वर्तमान में हैदराबाद के नामपल्ली जिले में रह रहे थे.
एनआईए के एक आला अधिकारी ने बताया कि यह मामला बिहार के दरभंगा रेलवे थाने में दर्ज किया गया था. आरोप है कि 17 जून 2021 को सिकंदराबाद दरभंगा एक्सप्रेस में एक पार्सल आया था और इस पार्सल में धमाका हुआ था. 24 जून 2021 को एनआईए ने इस मामले की जांच शुरू की थी.
एनआईए टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर महत्वपूर्ण सुराग एकत्र किए थे और इन्हीं सुरागों की जांच के चलते एनआईए टीम को इन दोनों आरोपियों की बाबत पता चला. सूचना के आधार पर इन दोनों को हैदराबाद से आज गिरफ्तार कर लिया गया.
आरंभिक पूछताछ के दौरान पता चला कि यह दोनों आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए थे और अपने आकाओं के इशारे पर इन्होंने बड़े पैमाने पर नुकसान करने और दहशत फैलाने के उद्देश्य से यह बम धमाका किया था. एनआईए अधिकारी के मुताबिक गिरफ्तार मोहम्मद नासिर खान साल 2012 में पाकिस्तान भी गया था, जहां उसने आतंक के कैंप में आईईडी बनाने की ट्रेनिंग भी ली थी.
आतंक के आकाओं ने उसे यह ट्रेनिंग आसानी से स्थानीय तौर पर मिल जाने वाले केमिकल के जरिए आईईडी कैसे बनाया जाता है उस आधार पर दी थी. पूछताछ के दौरान पता चला कि इन लोगों ने अपनी ट्रेनिंग के आधार पर एक आईईडी बनाई और सिकंदराबाद से एक पार्सल बुक कराया. लंबी दूरी की ट्रेन में पार्सल इसलिए बुक कराया गया था जिससे आसानी से इन लोगों का पता ना चल सके. पार्सल में मौजूद सामान के बीच में इस आईईडी को रखा गया था. इन लोगों को यह भरोसा था कि इस आईईडी के विस्फोट से बड़े पैमाने पर नुकसान होगा और दहशत फैलेगी जैसा कि उनके आका चाहते थे.
इस मामले में गिरफ्तार इमरान दूसरे आरोपी का भाई बताया गया है .यह दोनों ही पाकिस्तान में बैठे लश्कर-ए-तैयबा के अपने हैंडलरों के संपर्क में थे और उनसे लगातार दिशानर्देश ले रहे थे. एनआईए के आला अधिकारी के मुताबिक यह दोनों मूलतः उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं लेकिन लश्कर-ए-तैयबा के संपर्क में आने के बाद यह दोनों फिलहाल हैदराबाद में रह रहे थे.
दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है कि इन लोगों ने विस्फोट के लिए सामान कहां कहां से खरीदा था और इनके मॉड्यूल के कौन-कौन लोग देश के विभिन्न हिस्सों में कहां-कहां मौजूद हैं. साथ ही लश्कर का नेटवर्क इन लोगों के साथ किस तरह से अपना काम करा रहा है मामले की जांच जारी है.