एंटीलिया कांड-मनसुख हिरेन हत्या मामले में NIA ने दो और आरोपियों को किया गिरफ्तार, अब तक 7 लोगों की हुई गिरफ्तारी
सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों में संतोष शेलार पर पहले भी कई गंभीर आरोप लगे हैं.संतोष का नाम एक मशहूर फर्जी एनकाउंटर में गवाह को गायब करने में भी सामने आया था.
मुंबई: एंटीलिया कांड और मनसुख हिरेन हत्या मामले की जांच कर रही एनआईए ने 11 जून के दिन दो और लोगों को गिरफ्तार किया. एनआईए के सूत्रों ने बताया कि दोनों ही आरपोपियों की मनसुख हत्या मामले अहम भूमिका रही है. गिरफ्तार किए आरोपियों के नाम संतोष आत्माराम शेलार और आनंद पांडुरंग जाधव हैं. दोनों ही आरोपी मुंबई के कुरार विलेज, मलाड (ईस्ट) का रहने वाले हैं.
एनआईए ने कुछ दिनों पहले गोरेगांव इलाके से टवेरा कार जब्त की थी. एनआईए का मानना है कि इसी टवेरा कार में मनसुख की हत्या हो सकती है. पहले से गिरफ्तार हुए और तकनीकी जांच के आधार पर एनआईए को पता चला कि इस टवेरा गाड़ी में उस समय ये दोनों आरोपी मौजूद थे.
गिरफ्तारी के बाद दोनों ही आरोपियों को एनआईए ने कोर्ट में पेश किया था जहां पर दोनों को ही 21 तारीख तक एनआईए की कस्टडी में भेज दिया गया. गिरफ्तार आरोपियों में संतोष शेलार पर पहले भी कई गंभीर आरोप लगे हैं. इस आरोपी का नाम शहर के एक मशहूर फर्जी एनकाउंटर में गवाह को गायब करने में भी सामने आया था पर इसका कोई सबूत नहीं मिला.
सूत्र यह भी बताते हैं कि गिरफ्तार आरोपियों में से संतोष शेलार पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा का करीबी है. एनआईए अब इस दिशा में भी जांच कर रही है कि क्या शर्मा को इस हत्या के बारे में जानकारी थी?
संतोष शेलार के कुछ फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं जिसमे वो प्रदीप शर्मा के साथ दिखाई दे रहा है. इसी विषय पर एबीपी न्यूज ने प्रदीप शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि वो पॉलिटिकल पार्टी से जुड़े हैं और ऐसे में कई लोग उनके साथ फोटो खिंचवाते हैं, इसका मतलब यह नहीं कि वो करीबी है.
एनआईए फिलहाल तो इस मामले में ज्यादा जानकारी साझा नहीं कर रही है. बता दें कि इस मामले में एनआईए ने इसके पहले मुम्बई क्राइम ब्रांच के पूर्व अधिकारी सचिन वाझे, रियाजुद्दीन काजी, सुनील माने, पूर्व कॉन्स्टेबल विनायक शिंदे और क्रिकेट बुकी नरेश गौड़ को गिरफ्तार कर चुकी है.
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