नई दिल्ली: एनआईए ने प्रतिबंधित संगठन 'सिख फॉर जस्टिस' से संबंध रखने वाले परगट सिंह नाम के एक 23 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि इस युवक के पास प्रतिबंधित संगठन के जरिए विदेशों से पैसा आया था और इस पैसे के जरिए वह भारत विरोधी कार्य कर रहा था. सिंह पर आरोप है कि वह इस संगठन के लिए भर्ती अभियान चलाने में भी शामिल था.


एनआईए के आला अधिकारी के मुताबिक परगट सिंह को आज मोहाली स्थित एनआईए की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से अदालत ने उसे 29 जून तक के लिए एनआईए रिमांड पर भेज दिया है.


एनआईए के आला अधिकारी के मुताबिक यह मामला साल 2018 के दौरान पंजाब में आगजनी की घटनाओं सहित हिंसा की घटनाओं से संबंध रखता है साथ ही इन घटनाओं में सिख फॉर जस्टिस के समर्थन में राजधानी दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में पोस्टर चिपकाना भी शामिल है. जांच के दौरान पता चला कि सिख फॉर जस्टिस युवाओं को गुमराह कर उन्हें देश विरोधी काम करने के लिए उकसाता है और इस भर्ती के काम में परगट सिंह नाम का यह युवक भी शामिल था.


बता दें कि सिख फॉर जस्टिस को भारत सरकार ने गैर कानूनी संगठन घोषित किया हुआ है. परगट सिंह पर यह भी आरोप है कि उसे अपने विदेशी आकाओं के जरिए भारत में धन भी मिला और इस धन का इस्तेमाल वह भारत विरोधी गतिविधियों में कर रहा था.


एनआईए अब परगट सिंह से जानना चाहती है कि उसके जरिए किन लोगों को इस संगठन में शामिल कराया गया और इस समय वे लोग कहां हैं. साथ ही संगठन के अन्य आका कौन-कौन हैं, जो भारत में या विदेशों में रह रहे हैं. एनआईए को उम्मीद है कि इस पूछताछ के दौरान अनेक अहम जानकारियां सामने आएंगी जिनके जरिए सिख फॉर जस्टिस नामक इस संगठन पर और लगाम कसी जा सकेगी.


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