Dinesh Gope Arrest: एनआईए ने देश के सबसे कुख्यात नक्सली लीडर दिनेश गोप को गिरफ्तार किया है. गोप पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) का हेड है. उसके ऊपर झारखंड में 25 लाख रुपये और 5 लाख का इनाम एनआईए ने रखा हुआ है. 


भारत की एजेंसियों, पुलिस और सीआरपीएफ को पिछले 15 सालों से नक्सली लीडर दिनेश गोप की तलाश थी. दिनेश झारखंड में कई सालों से नक्सली गतिविधियों में सक्रिय था. इस कुख्यात नक्सली पर 100 से ज्यादा आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. एजेंसी गोप से पूछताछ कर रही है. दिनेश गोप के कई साथी अब तक फरार हैं. 


झारखंड में खूंटी जिले के रहने वाले दिनेश गोप उर्फ ​​कुलदीप यादव उर्फ ​​बडकू के खिलाफ पहले एनआईए ने बैन की गई 25.38 लाख रुपये की बरामदगी से संबंधित मामले में चार्जशीट दाखिल की थी. 


100 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज


एनआईए की जांच के अनुसार, आरोपी दिनेश गोप के खिलाफ झारखंड, बिहार और ओडिशा में 100 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें से ज्यादातर मामले हत्या, अपहरण, धमकी, जबरन वसूली और पीएलएफआई के लिए धन जुटाने से संबंधित हैं. पीएलएफआई झारखंड में 2007 में गठित एक उग्रवादी माओवादी संगठन है और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-माओवादी (सीपीआई-माओवादी) का एक अलग समूह भी है.


दो दशक से फरार चल रहा था दिनेश गोप


दिनेश गोप करीब दो दशक से फरार चल रहा था. 3 फरवरी 2022 को झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के गुदरी पुलिस थाना क्षेत्र के जंगलों में दिनेश के नेतृत्व वाले पीएलएफआई और सुरक्षाकर्मियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. मुठभेड़ में कई राउंड फायरिंग हुई, इससे पहले नक्सली जंगल में घुस गए और दिनेश गोप भागने में सफल रहा. तब से ही वह फरार चल रहा था. 


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