NIA Arrest Baljeet Singh: नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) को खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. एनआईए ने घातक हथियारों की सप्लाई से जुड़े एक बड़े आतंकी नेटवर्क मामले में खालिस्तानी आतंकवादी लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा के एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है. लांडा के सहयोगी की पहचान बलजीत सिंह उर्फ ​​राणा भाई उर्फ ​​बल्ली के रूप में हुई है. जांच एजेंसी ने शुक्रवार (19 जुलाई) को इसकी जानकारी दी है. 


एनआईए ने बताया कि बलजीत सिंह मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले का रहने वाला है. उसे गुरुवार (18 जुलाई) को पंजाब से गिरफ्तार किया गया. बलजीत सिंह पंजाब में लांडा के एजेंट्स को हथियार सप्लाई करने वाले प्रमुख लोगों में से एक है. आतंकवाद रोधी एजेंसी के अनुसार, बलजीत के जरिए सप्लाई किए गए हथियारों का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया गया. इनके जरिए व्यापारियों और अन्य लोगों से जबरन वसूली भी की गई. 




लांडा का एक और सहयोगी हुआ गिरफ्तार


जांच एजेंसी (आरसी 21/2023/एनआईए/डीएलआई) नाम के एक केस पर काम कर रही है, जिसके सिलसिले में गुरप्रीत सिंह गोपी नामक व्यक्ति की गिरफ्तारी भी हुई है. वह लखबीर सिंह लांडा और एक अन्य खालिस्तानी आतंकी सतनाम सिंह सत्ता के सहयोगी के तौर पर काम कर रहा था. एनआईए ने पिछले साल 10 जुलाई को इस मामले पर स्वतः संज्ञान लेते हुए केस दर्ज किया था और जांच की शुरुआत की थी. 


विदेश से रच रहे भारत को अस्थिर करने की साजिश


केस की जांच से पता चला कि अलग-अलग प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकवादी संगठनों ने पंजाब और अन्य स्थानों पर हिंसक अपराधों को अंजाम देकर भारत को अस्थिर करने की साजिश रची. बलजीत सिंह खालिस्तानियों को इन नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए हथियार उपलब्ध करवाता था. वह सत्ता को हथियार देता था, जो खालिस्तानियों की तरफ से अपराध को अंजाम दे रहा था. 


एनआईए ने कहा, "माना जाता है कि लांडा और सत्ता दोनों भारत में आतंक को बढ़ावा देने के लिए विदेशी धरती से काम कर रहे हैं." उन्होंने कहा कि वह खालिस्तानी आतंकवादी संगठनों पर कार्रवाई के तहत अपनी जांच जारी रखे हुए है. 


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