NIA ने लॉरेंस बिश्नोई के करीबी विक्रम बरार को किया गिरफ्तार, UAE से लाया गया भारत, क्या हैं आरोप?
NIA Arrests Vikram Brar: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी विक्रम बरार निर्वासन के बाद गिरफ्तार किया गया है. एनआईए ने उसे गिरफ्तार किया है. टारगेट किलिंग समेत कई मामलों में वह वांटेड चल रहा था.
Vikram Brar Arrested: एनआईए ने लॉरेंस बिश्नोई के करीबी सहयोगी विक्रमजीत सिंह और विक्रम बरार को यूएई से भारत के लिए निर्वासित किए जाने के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया है. एनआईए विक्रम बरार को यूएई से भारत लाई है.
विक्रम बरार पर सिद्धू मुसेवाला हत्याकांड में शामिल होने का आरोप है. वह टारगेट किलिंग और एक्सटॉर्शन समेत 11 मामलों में वांटेड था. पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली पुलिस की रिक्वेस्ट पर उसके खिलाफ 11 लुक आउट नोटिस खुल चुके थे.
2020 से फरार चल रहा था विक्रम बरार
वह कथित तौर पर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार जैसे गैंगस्टरों की मदद से भारत में हथियारों की तस्करी और जबरन वसूली में शामिल था. वह 2020 से फरार चल रहा था. एनआईए ने मंगलवार (25 जुलाई) को बरार को गिरफ्तार किया. जांच एजेंसी के मुताबिक, एनआईए की एक टीम इस निर्वासन की सुविधा के लिए और विक्रम बरार को भारत वापस लाने के लिए संयुक्त अरब अमीरात गई थी.
एनआईए की एक विज्ञप्ति में कहा गया कि विक्रम बरार यूएई में लॉरेंस बिश्नोई टेरर गैंग के लिए कम्युनिकेशन कंट्रोल रूम (CCR) के रूप में काम कर रहा था, जिससे लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार को कॉल की सुविधा भी दी रही थी और उनके निर्देशों पर विभिन्न लोगों को जबरन वसूली के लिए कॉल की जा रही थीं.
लॉरेंस बिश्नोई का रिश्तेदार सचिन भी लिया गया हिरासत में
बता दें कि सुरक्षा एजेंसियों को सचिन बिश्नोई के रूप में एक और बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. सचिन बिश्नोई को सिद्धू मुसेवाला हत्याकांड का मास्टरमाइंड और लॉरेंस बिश्नोई का रिश्तेदार बताया जाता है. गैंगस्टर सचिन को अजरबैजान में हिरासत में लिया गया है.
भारतीय सुरक्षा एजेंसिया जल्द अजरबैजान से सचिन विश्नोई का प्रत्यर्पण कराएंगी. उसे जल्द ही दिल्ली लाया जाएगा. आरोप है कि उसने सिद्धू मुसेवाला की हत्या की प्लानिंग की थी और वह फर्जी पासपोर्ट के सहारे अजरबैजान भागा था.
एनआईए टेरर-गैंगस्टर साजिश मामले की जांच कर रही है. मामले में अब तक एनआईए ने 16 लोगों को गिरफ्तार किया है.
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