मुंबईः दक्षिण मुंबई में फरवरी में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर एक एसयूवी में विस्फोटक सामग्री मिलने और इसके बाद कारोबारी मनसुख हिरन की हत्या के मामले की जांच कर रही एनआईए ने दो और लोगों को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि आरोपियों को मंगलवार को जांच के उद्देश्य से पड़ोसी जिले ठाणे के कई मुख्य इलाके में ले जाया गया.
21 जून तक रहेंगे NIA की हिरासत में
उन्होंने बताया कि मुंबई की एक विशेष अदालत ने दो आरोपियों, संतोष शेलार और आनंद जाधव को 21 जून तक के लिए राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की हिरासत में भेज दिया. एक तरफ जहां एनआईए अधिकारी ने शेलार और जाधव को 11 जून को मुंबई के मलाड इलाके से गिरफ्तार किए जाने की बात कही, वहीं महाराष्ट्र के लातूर जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया कि दोनों आरोपियों को 10 जून को लातूर एमआईडीसी इलाके से पकड़ा गया.
एनआईए अधिकारी ने बताया, ‘‘शेलार और जाधव को 11 जून को मलाड उपनगर से पकड़ा गया था. प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि दोनों अंबानी के आवास के पास उस एसयूवी (स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल) को वहां रखने में संलिप्त थे, जिसमें विस्फोटक सामग्री मिली थी.’’
कारोबारी हिरन की हत्या में हो सकती है भूमिका
केंद्रीय एजेंसी को यह संदेह भी है कि ठाणे के कारोबारी हिरन की हत्या में इनकी कोई भूमिका थी. हिरन ने दावा किया था कि अंबानी के आवास ‘एंटीलिया’ के बाहर 25 फरवरी को बरामद एसयूवी उन्हीं की थी, जो चोरी हो गई थी. हिरन का शव पांच मार्च को ठाणे में मिला था.
सूत्रों ने बताया कि शेलार के एक पूर्व मुठभेड़ विशेषज्ञ पुलिस अधिकारी से कथित संपर्क थे. उन्होंने बताया कि अदालत में पेश किये जाने पर एक आरेापी ने उस सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी का नाम लिया. मुंबई पुलिस का पूर्व सहायक निरीक्षक सचिन वाजे मामले में मुख्य आरोपी है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. वाजे को अब सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है.
अंबानी की सुरक्षा में चूक और हिरन की हत्या के मामले में अब तक तीन अधिकारियों, एक कांस्टेबल समेत चार पुलिसकर्मी और एक क्रिकेट सट्टेबाज को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार पुलिसकर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है.
इसे भी पढ़ेंः
वायरल वीडियो को लेकर राहुल गांधी पर बरसे योगी आदित्यनाथ, कहा- यूपी की जनता को बदनाम करना छोड़ दें
PFI के खिलाफ IT विभाग ने कसा शिकंजा, विदशों से मिलने वाले चंदे पर लगाई रोक