नई दिल्ली: एनआईए का दावा है कि उसने आतंकी हमलों की बहुत बड़ी साजिश को नाकाम किया है. देश को दहलाने की साजिश करने वाले 10 संदिग्ध आतंकियों को आज एनआईए पटियाला हाईकोर्ट में पेश करेगा. एनआईए संदिग्धों को रिमांड में लेकर पूछताछ करना चाहती है, एनआईए आंतिकियों से पूछेगा कि संदिग्धों के निशाने पर कौन से बड़े राजनेता और धार्मिक नेता थे? महिला फियादिन हमले को लेकर क्या साजिश थी?



एनआईए कश्मीर के मोस्ट वांटेड आतंकी जाकिर मूसा को खोज रही थी तभी आतंकियों का ये ग्रुप उसके हत्थे चढ़ गया. एनआईए के आईजी आलोक मित्तल ने प्रसे कॉन्फ्रेंस कर बताया कि दिल्ली और यूपी में 17 जगहों पर एनआईए ने छापे मारे. 10 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है.


सभी संदिग्ध ISIS से प्रेरित हरकत उल हर्ब-ए-इस्लाम संगठन से जुड़े थे. पाइप बम बनाने की तैयारी थी, रॉकेट लॉन्चर-विस्फोटक बरामद किया गया है. संगठन का सरगना मुफ्ती सोहैल अमरोहा का रहने वाला है और वो मस्जिद से गतिविधियां चलाता था.


इस आतंकी संगठन का जन्म 4 महीने पहले ही हुआ था और इसमें इंजीनियर से लेकर वेल्डर तक शामिल है. गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों में 5 दिल्ली और 5 यूपी के रहने वाले हैं. गिरोह के सरगना के तार विदेश में बैठे एक शख्स से जुडे बताए जा रहे है. ये लोग आपस में व्हॉटसएप और टेलीग्राम एप के जरिए बाते करते थे और कई बार कोड्स में भी बात करते थे.


एऩआईए का कहना है कि इस मामले में गिरफ्तार एक शख्स की पत्नी को भी पूछताछ के लिए लाया गया है. एऩआईए की जांच अभी जारी है. पूछताछ के दौरान एऩआईए जानना चाहता है कि इन लोगों के टारगेट पर बड़े राजनीतिक लोग कौन-कौन थे.