VHP leader Vikas Bagga Murder Case: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार (11 अक्टूबर) को वीएचपी नेता विकास बग्गा की हत्या के मामले में बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के प्रमुख वधावा सिंह उर्फ बब्बर और पांच अन्य आतंकियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है. विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के नेता बग्गा की 13 अप्रैल 2024 को पंजाब के रूपनगर जिले के नांगल में उनकी हलवाई की दुकान में बीकेआई के आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.


NIA के चार्जशीट में बब्बर के साथ दो अन्य फरार आरोपियों का नाम भी शामिल है और तीन गिरफ्तार आरोपियों को इस हत्याकांड के मुख्य अपराधियों के रूप में पहचाना गया है. गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों में से दो की पहचान शूटर मनदीप कुमार उर्फ ​​मंगली और सुरिंदर कुमार उर्फ ​​रीका के रूप में हुई है, दोनों नवांशहर पंजाब के रहने वाले हैं.


आतंकियों पर लगाई गईं ये धाराएं


दोनों मुख्य अपराधियों के उपर पर कई धाराओं के तहत चार्जशीट दायर की गई हैं. यूए(पी)एक्ट, आईपीसी और आर्म्स एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया गया है. एनआईए द्वारा आरोपित तीसरा गिरफ्तार आरोपी गुरप्रीत राम उर्फ ​​गोरा है, जो नवांशहर का ही रहने वाला है और उस पर आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.


तीनों फरार आरोपी इन गिरफ्तार आरोपियों के संचालक थे. बब्बर ने नवांशहर के हरजीत सिंह उर्फ ​​लाडी और यमुनानगर, हरियाणा के कुलबीर सिंह उर्फ ​​सिद्धू के साथ मिलकर हमले को अंजाम देने के लिए हथियार, गोला-बारूद और पैसे आदि मुहैया कराया था.


टारगेट किलिंग के लिए कई मेंबर आए थे साथ


एनआईए ने मामले को अपने हाथ में ले लिया है. 9 मई 2024 को राज्य पुलिस ने इस आतंकी हमले के पीछे बीकेआई की एक अंतरराष्ट्रीय साजिश का पता लगाया. एनआईए की जांच के मुताबिक, कई देशों में स्थित बीकेआई मॉड्यूल के कई मेंबर टारगेटेड मर्डर को अंजाम देने के लिए एक साथ आए थे. जांच में आगे खुलासा हुआ है कि वाधवा पाकिस्तान से सिंह ने जर्मनी स्थित नोडस, हरजीत सिंह उर्फ ​​लाडी और कुलबीर सिंह उर्फ ​​सिद्धू को हत्या करने का निर्देश दिया. 


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