NIA Raid in Tamil Nadu: नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की टीम ने रविवार (30 जून 2024) को तमिलनाडु में 12 स्थानों पर छापा मारा. जानकारी के मुताबिक, यह छापेमारी हिज्ब-उत-तहरीर (HUT) मामले में चल रही है.


सूत्रों का कहना है कि एनआईए को सूचना मिली थी कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित संगठन हुत के लिए भर्ती और ट्रेनिंग की जा रही है. इस सूचना के बाद टीम ने कई जगहों पर कार्रवाई शुरू की.


इन जगहों पर पहुंची टीम


जानकारी के मुताबिक, एनआईए की टीम ने चेन्नई, त्रिची, पुदुकोट्टई, तंजावुर, इरोड और थिरुप्पुर सहित कुछ अन्य जगहों पर छापेमारी की है. एनआईए के अफसर, अब्दुल खान के घर पर भी छापेमारी कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि अब्दुल खान ने मंदैयूर के पास एक खेत पट्टे पर लिया है. वहीं एनआईए की एक टीम तंजावुर के कुलंधई अम्माल नगर पहुंची. टीम ने यहां रहने वाले अहमद के घर पर छापेमारी की.


क्यों रडार पर है HUT


दरअसल, वर्ष 2021 में एनआईए की एक टीम ने मदुरै से हिज्ब-उत-तहरीर (HUT) मामले में एक आरोपी को अरेस्ट किया था. तब एनआईए ने इस केस में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के साथ ही गैरकानूनी गतिविधि कानून के तहत मामला दर्ज किया था. पकड़ा गया आरोपी मोहम्मद इकबाल था. उस पर आरोप था कि उसने सोशल मीडिया पर एक वर्ग विशेष को टारगेट करते हुए आपत्तिजनक पोस्ट शेयर किए थे. उसके पोस्ट से सार्वजनिक व्यवस्था के बिगड़ने का खतरा जताया गया था.


काफी बड़ा है हिज्ब उत-तहरीर का दायरा


रिपोर्ट के मुताबिक, हिज्ब उत-तहरीर की स्थापना फिलिस्तीन में 17 नवंबर 1952 को पूर्वी यरुशलम में तकी अल-दीन अल-नभानी ने की थी. इस संगठन की विचारधार की बात करें तो यह समाजवाद और पूंजीवाद को मध्य पूर्व में बाहरी थोपे जाने के रूप में देखती है. इस संगठन का मकसद मुस्लिम बहुल भूमि में वैश्विक मुस्लिम आबादी (उम्माह) को पुनर्जीवित खिलाफत (खिलाफत, या इस्लामी राज्य) के तहत एकजुट करने का है. इस संगठन का लगातार विस्तार होता रहा. मौजूदा समय में इस संगठन की करीब 45 देशों में शाखाएं हैं.


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