गजवा-ए-हिंद मॉड्यूल मामले में NIA ने कई राज्यों में की छापेमारी, पाकिस्तान तक पहुंचे तार
NIA Raid: गजवा-ए-हिंद मामले में संदिग्धों के पास से कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किए गए. एनआईए ने मध्य प्रदेश, गुजरात, यूपी और केरल में छापेमारी की.
National Investigation Agency: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने रविवार (26 नवंबर) को पाकिस्तान समर्थित गजवा-ए-हिंद मामले में कई राज्यों में छापेमारी की. इस दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल उपकरण जब्त किए गए. जिन संदिग्धों के यहां एनआईए ने छापेमारी की, उनके पाकिस्तानी हैंडलरों से संपर्क का दावा किया जा रहा है. एनआईए की ओर से कहा गया है कि गजवा-ए-हिंद के कट्टरपंथी, भारत विरोधी विचारों का प्रचार-प्रसार करने में शामिल थे.
यहां पड़ा एनआईए का छापा
एनआईए की ओर से यह छापेमारी मध्य प्रदेश के देवास जिले, गुजरात के गिर सोमनाथ जिले, उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले और केरल के कोझिकोड जिले में संदिग्धों के परिसरों पर की गई. इस दौरान मोबाइल फोन और सिम कार्ड के अलावा कई दस्तावेज जब्त किए गए.
यह मामला 14 जुलाई 2022 को शुरू हुआ जब बिहार के पटना जिले में फुलवारीशरीफ पुलिस ने मरगूब अहमद दानिश उर्फ ताहिर को गिरफ्तार किया था. इसके बाद एनआईए ने एफआईआर दर्ज की थी. मरगूब अहमद व्हाट्सएप ग्रुप गजवा-ए-हिंद का एडमिन था, जिसे जैन नाम के एक पाकिस्तानी नागरिका ने बनाया था.
पाकिस्तान से संचालित होता था सोशल मीडिया
आरोपी मरगूब अहमद ने भारत के साथ-साथ पाकिस्तान, बंग्लादेश और यमन सहित अन्य देशों के कई लोगों को एक ग्रुप में जोड़ा था, जो टेलीग्राम और बीआईपी मैसेंजर जैसे अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर एक्टिव था. इस ग्रुप को पकिस्तान से संचालित किया जा रहा था.
एनआईए जांच में पाया गया कि मरगूब अहमद भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए स्लीपर सेल जुटाने की तैयारी कर रहा था. इसके अलावा आरोपी ने बीडी गजवा ए हिंद बीडी के नाम से एक और व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था, जिसमें उसने बांग्लादेशी नागरिकों को जोड़ा था.
जांच के बाद एनआईए ने 6 जनवरी 2023 को आरोपी मरगूब अहमद के खिलाफ आईपीसी की धारा 121, 121ए, 122 सहित कई धाराओं में चार्जशीट दायर किया था.
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