Mundra Port Heroin Seizure: मुंद्रा पोर्ट पर बरामद 3000 किलो हेरोइन मामले में NIA ने दाखिल की चार्जशीट, बताया कैसे और कहां से पहुंची थी ड्रग्स?
Gujarat Heroin Seizure Case: एनआईए ने अहमदाबाद में एक विशेष अदालत में 22 आरोपियों और कंपनियों के खिलाफ अपनी दूसरी सप्लीमेंट्री चार्ज शीट दायर की है.
Mundra Port Heroin Seizure Case: एनआईए ने सोमवार (20 फरवरी) को गुजरात (Gujarat) के मुंद्रा बंदरगाह पर करीब 3000 किलोग्राम हेरोइन की जब्ती से संबंधित मामले में दूसरी सप्लीमेंट्री चार्ज शीट दायर की है. ये चार्ज शीट 22 अरोपियों के खिलाफ दाखिल की गई है. जिसमें सात अफगान नागरिक और सात कंपनियां शामिल हैं. एनआईए (NIA) ने कहा कि ये खेप ईरान स्थित अंदर अब्बास के जरिये अफगानिस्तान (Afghanistan) भेजी गई थी.
एनआईए ने कहा कि ये पाया गया कि अफगानिस्तान से भारत में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मार्गों के माध्यम से हेरोइन की अवैध खेप की तस्करी के लिए एक संगठित आपराधिक साजिश है. जांच एजेंसी ने कहा कि जांच में पाया गया कि हेरोइन बेचकर पैसा एकत्र किया गया जिसे भारत में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए लश्कर-ए-तैयबा के सदस्यों को मुहैया कराया गया.
एनआईए ने चार्ज शीट में क्या कहा?
एजेंसी ने कहा कि व्हाइट क्लब (पहले प्लेबॉय के नाम से जाना जाता था), जज़्बा और आरएसवीपी सहित दिल्ली में लोकप्रिय नाइट क्लबों के मालिक हरप्रीत सिंह उर्फ कबीर तलवार, जिसे पिछले साल अगस्त में गिरफ्तार किया गया था, वो भारत में अफगान हेरोइन की तस्करी के लिए कमर्शियल ट्रेड रूट का गलत इस्तेमाल करने के लिए दुबई गया था. एनआईए के प्रवक्ता ने कहा कि वह नयी दिल्ली में कई कारोबार में शामिल है जैसे कि क्लब, खुदरा शोरूम और आयात कंपनियां.
तलवार ने ये कंपनियां अपने कर्मचारियों, दोस्तों और रिश्तेदारों के नाम पर खुलवाई हैं, लेकिन इनका संचालन वह अकेले करता है. इन कंपनियों का इस्तेमाल मादक पदार्थों और प्रतिबंधित चीजों का आयात करने के लिए किया गया. एनआईए ने कहा कि इस तरह की एक दर्जन से अधिक कंपनियों की पहचान करके जांच की गई है जिनमें मेसर्स मैगेंट इंडिया शामिल है जिसका नाम आरोपपत्र में है. अफगानिस्तान से अर्द्ध प्रसंस्करित सिलखड़ी पत्थर भारत आयात करने की आड़ में कंपनी हेरोइन का आयात करके इसे हासिल करने में शामिल थी.
चार्ज शीट में इन लोगों के नाम
तलवार के अलावा दूसरे अनुपूरक आरोपपत्र में राह मतुल्लाह कक्कड़, शाहीनशाह जहीर, फरीदून अमानी उर्फ जावेद अमानी, अब्दुल सलाम नूरजई, मोहम्मद हुसैन दाद और मोहम्मद हसन शाह के नाम हैं औ ये सभी अफगानिस्तान के निवासी हैं. अन्य आरोपियों में कश्मीर के उरी का निवासी मोहम्मद इकबाल अवान (जो अभी पाक अधिकृत कश्मीर में है), दिल्ली के वित्यश कोसर उर्फ राजू दुबई और जसबीर सिंह, हरियाणा के ईश्वरिंदर सिंह, पश्चिम बंगाल के सुशांत सरकार और तमिलनाडु के मचावरम सुधाकर और राजकुमार पेरुमलम शामिल हैं.
एनआईए प्रवक्ता ने कहा कि भारत स्थित कंपनियों आशि टेडिंग कंपनी, मेसर्स जीसस क्राइस्ट इंपेक्स, मेसर्स मैगेंट इंडिया, मेसर्स वी/के इंटरप्राइजेज और मेसर्स व्योम फैशन के नाम आरोपपत्र में शामिल हैं. उन्होंने कहा कि इसी तरह अफगानिस्तान की कई कंपनियों के नाम इसमें हैं.
सितंबर 2021 में पकड़ी थी हेरोइन की खेप
एनआईए ने इस मामले में पिछले साल 14 मार्च को 16 व्यक्तियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था. इसके बाद 29 अगस्त 2022 को 9 नौ आरोपियों के खिलाफ पहली सप्लीमेंट्री चार्ज शीट दायक की थी. 13 सितंबर, 2021 को मुंद्रा बंदरगाह (Mundra Port) पर 2,988 किलोग्राम अफगान हेरोइन की खेप जब्त की गई थी.
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