देश में आतंक मचाने की साजिश रच रहे अल कायदा के भारतीय उपमहाद्वीप में मौजूद संगठन एक्यूआईएस के केरल पश्चिम बंगाल मॉड्यूल के 11 आतंकवादियों के खिलाफ एनआईए ने दिल्ली की विशेष अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया है.
एनआईए के एक अधिकारी ने बताया की इन सभी कथित आतंकवादियों को केरल और पश्चिम बंगाल की विभिन्न जगहों से गिरफ्तार किया गया था. वहीं इनके पास से विस्फोटक और आपत्तिजनक सामग्रियां भी बरामद की गई थी. एनआईए के आला अधिकारी के मुताबिक जिन लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया गया है उनमें मुर्शीद हसन उर्फ सौफीक मौला हुसैन, मैनुल मंडल, नज्म साकिब, याकूब विश्वास, समीम अंसारी. अबू सुफियान अतिउर रहमान, मामून कमाल, अब्दुल मोमिन मंडल नाम शामिल हैं.
इस्लामिक राज्य की स्थापना संगठन का उद्देश्य है
एनआईए के अधिकारी के मुताबिक भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा को आमतौर पर ए क्यू आईएस के रूप में संक्षिप्त किया जाता है जो एक इस्लामिक आतंकवादी संगठन है. साथ ही जिसका उद्देश्य इस्लामिक राज्य की स्थापना के लिए भारत की सरकार से लड़ना है. एनआईए को जानकारी मिली थी कि मुर्शीद हसन उर्फ सफीक के नेतृत्व में एक आतंकवादी साजिश को अंजाम दिए जाने की कोशिश की जा रही थी. एनआईए को यह भी पता चला कि मूर्ति दर्शन पाकिस्तान और बांग्लादेश स्थित अलकायदा के कुछ लीडरों के संपर्क में था और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए लगातार उनसे निर्देश ले रहा था.
सूचना के आधार पर 19 सितंबर 2020 को पश्चिम बंगाल और केरल के विभिन्न इलाकों में मारे गए छापों के दौरान 9 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया. इनके कब्जे से विभिन्न प्रकार की आपत्तिजनक सामग्रियां और बम बनाने संबंधी सामान भी बरामद किया गया. यह भी पता चला है कि यह लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए ही बम बनाने का प्रशिक्षण भी ले रहे थे.
जम्मू से गोला बारूद दिल्ली के रास्ते लाना चाहते थे आतंकी
इसके बाद एनआईए ने इनके दो अन्य साथियों को भी विभिन्न जगहों से गिरफ्तार किया. आरोप है कि मुर्शीद हसन ने अपने आकाओं के कहने पर कई भारतीय युवाओं को बरगला कर इस साजिश में लाने की कोशिश की थी. साथ ही जांच के दौरान यह भी पता चला कि इन 11 लोगों के समूह ने अनेक ऐसे नेताओं और अन्य लोगों पर हमले की योजना बनाई थी जिन्हें अपनी भाषा में भी काफिर मानते थे. यह लोग अपनी भविष्य की योजनाओं और हथियार आदि के प्रशिक्षण के लिए एक मरकज भी बनाना चाहते थे.
जांच के दौरान यह बात भी सामने आई कि यह लोग जम्मू कश्मीर से भी कुछ गोला बारूद दिल्ली के रास्ते लाना चाहते थे. साथ ही इसके जरिए इन्हें बड़े कामों को अंजाम देना था. इसके लिए इन्हें पाकिस्तान में बैठे एक आका को फोन करना था जो बदले में उन्हें बताता कि जम्मू-कश्मीर में उसे किन लोगों से हथियार और गोला बारूद प्राप्त करने हैं लेकिन उसके पहले ही एनआईए ने इस पूरे मामले का भंडाफोड़ कर दिया. साथ ही यह सभी लोग गिरफ्तार हो गए. इस मामले में अभी भी कई आरोपी फरार बताए जा रहे हैं जिनकी तलाश के साथ जांच का काम जारी है.
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