टेरर फंडिंग: NIA ने दायर की चार्जशीट, आतंक के बड़े-बड़े आकाओं के नाम
इस काम के लिए आईएसआई ने बाकायदा पीओके में डेस्क बना रखा था, डेस्क कारोबारी मुनाफे का बड़ा हिस्सा हुर्रियत तक पहुंचाते थे.
नई दिल्ली: कश्मीर में जेहाद के नाम पर आतंक की फसल बोने के लिए आतंक फंडिग के मामले में NIA ने चार्जशीट दाखिल कर दी है. 12 हजार 794 पन्नों की इस चार्जशीट में अमन के अड़गेबाजों के नामों का खुलासा है.
इस चार्जशीट में आरोपी नंबर 1 पर मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज सईद है. आरोपी नंबर 2 पर हिज्बुल मुजाहिद्दीन का चीफ सैयद सलाहुद्दीन हैं. तीसरे नंबर पर हुर्रियत कांफ्रेंस के मीडिया विंग का प्रमुख आफताब अहमद शाह है. चौथे नंबर पर हुर्रियत प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी के दामाद अल्ताफ अहमद शाह उर्फ फंटूश का नाम है.
NIA की इस चार्जशीट में कश्मीर घाटी में ड्राई फ्रूट के बड़े कारोबारी ज़हूर वताली और उसके मैनेजर को भी आरोपी बनाया गया है. एनआईए के मुताबिक़ टेरर फंडिंग के लिए हवाला के जरिए खाड़ी देशों के रास्ते पैसा आता था. हवाला ऑपरेटर पैसे को अलगाववादी, आतंकी तक पहुंचाते थे, जहां से पैसे पत्थरबाजों तक पहुंचते थे. इस खेल में क्रॉस एलओसी ट्रेड में जुटे कारोबारी भी शामिल हैं
जहूर वताली जैसे कारोबारी पीओके भेजे जाने वाले सामान की ओवर इनवॉयसिंग और आने वाले सामान की अंडर इनवॉयसिंग कर बड़ा मुनाफ़ा कमाते थे. इस काम के लिए आईएसआई ने बाकायदा पीओके में डेस्क बना रखा था, डेस्क कारोबारी मुनाफे का बड़ा हिस्सा हुर्रियत तक पहुंचाते थे.
एनआईए की लिस्ट में हुर्रियत प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी और उसके बेटों के नाम नहीं है. एनआईए सूत्रों का कहना है कि हुर्रियत प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी और उसके बेटों को क्लीन चिट नहीं दी गई है. हुर्रियत नेताओं के खिलाफ जांच जारी है और जल्द ही इनके खिलाफ भी चार्जशीट दायर की जाएगी.