दिल्ली: कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड में युद्ध वाहक विमान के अति महत्वपूर्ण सामान की चोरी वहां पेंटिंग करने वाली दो कारीगरों ने की थी. यह दोनों कारीगर ठेके पर काम कर रहे थे. एनआईए के मुताबिक सुमित कुमार और दयाराम नामक इन दो मजदूरों ने यह चोरी सामान बेचकर पैसा कमाने के लिए की थी.
एनआईए का दावा है कि इसके संबंध में किसी देश विरोधी गतिविधि से नहीं पाए गए हैं. एनआईए ने इस मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है. एनआईए के एक आला अधिकारी ने बताया यह मामला सितंबर 2019 में सामने आया था जब कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड में निर्माणाधीन स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर में लगे हुए अनेक महत्वपूर्ण उपकरण गायब हो गए थे. इस मामले में एर्नाकुलम टाउन साउथ पुलिस स्टेशन कोच्चि सिटी में विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था.
साथ ही जो सामान गायब हुआ था जब इस बारे में जांच पड़ताल और पूछताछ की गई तो एफ आई आर में इस बाबत देशद्रोह की धाराएं भी जोड़ दी गई थी. जिसके बाद इस मामले को जांच के लिए एनआईए को सौंप दिया गया था एनआईए ने 16 अक्टूबर 2019 को इस मामले की जांच शुरू की. एनआईए के एक आला अधिकारी ने बताया कि 9 महीने की गहन जांच के दौरान स्थानीय पुलिस ने जिन-जिन लोगों से पूछताछ की थी उन सभी लोगों से गहन पूछताछ की गई.
जांच के बाद पाया गया की राजस्थान निवासी दयाराम और बिहार निवासी सुमित कुमार सिंह फरवरी और सितंबर 2019 में ठेके के कर्मचारी के तौर पर कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड में काम पर लगे थे और उन्हें वहां पेंटिंग का काम करना था. इसी काम के दौरान यह लोग उस शिपयार्ड पर भी गए जहां यह कंप्यूटर सिस्टम लगा हुआ था. जांच के मुताबिक इन लोगों ने पैसे कमाने के उद्देश्य से इन कंप्यूटरों और सॉफ्टवेयरो समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान की चोरी की और चोरी किए हुए एक समान को पैसों के बदले बेच भी दिया था.
इन दोनों को संभवत यह भी नहीं पता रहा होगा कि जो सामान इन्होंने बेचा है वह देश के लिए कितना अहम स्थान रखता है. 10 जून 2020 को एनआईए ने जब इन लोगों की गिरफ्तारी की तो इनकी गिरफ्तारी के बाद से ही इस मामले में अहम खुलासा हुआ. एनआईए ने चोरी किया गया बाकी सामान बरामद भी कर लिया था.
फिलहाल एनआईए ने इस मामले में इन दोनों के खिलाफ विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत अपना आरोप पत्र कोर्ट के सामने पेश कर दिया है. ध्यान रहे कि इस मामले को लेकर काफी हलचल मची थी क्योंकि जो सामान चोरी हुआ था उसके बारे में यह बताया गया था कि वह सामरिक महत्व का है और उसमें अनेकों महत्वपूर्ण सूचनाएं दर्ज हैं मामले की जांच जारी है.
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