India-Sri Lanka Illegal Drugs Case: एनआईए (NIA) ने भारत-श्रीलंका में अवैध ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के मामले में 10 श्रीलंकाई नागरिक समेत 13 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है. राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण ने शुक्रवार (16 जून) को एक बयान जारी कर कहा कि तस्करी का ये मामला दोनों देशों में आतंकवादी समूह लिट्टे (LTTE) को पुनर्जीवित करने के प्रयासों से संबंधित है. 


एनआईए के अनुसार, चार्जशीट में नामजद अभियुक्तों ने भारत और श्रीलंका में लिट्टे को फिर से खड़ा करने के लिए विझिंजम पोर्ट ड्रग्स रिकवरी मामले में एक अभियुक्त के साथ साजिश रची, जिसमें फंडिंग के लिए ड्रग्स के अवैध व्यापार का इस्तेमाल किया गया. एनआईए ने पिछले साल आठ जुलाई को मामले में संज्ञान लेते हुए केस दर्ज किया था और तमिलनाडु से 13 लोगों को गिरफ्तार किया था. 


इन लोगों के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट


एजेंसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली की कोर्ट में भारतीय दंड संहिता, गैरकानूनी गतिविधियां (निवारण) अधिनियम और एनडीपीएस की विभिन्न धाराओं के तहत जिन आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किए गए उनमें तीन भारतीय- सेल्वाकुमार एम, विग्नेश्वर पेरुमल उर्फ विक्की और इय्यपन नंदू उर्फ अय्यप्पन नंदू, शामिल हैं.


वहीं 10 श्रीलंकाई नागरिकों की पहचान- सी गुनासेकरन उर्फ गुना, पुष्पराजा उर्फ पुकुट्टी कन्ना, मोहम्मद अस्मिन, अलहापेरुमगा सुनील गामिनी फोंसेका, स्टेनली केनेडी फर्नांडो, धानुक्का रोशन, लदिया उर्फ नलिन चतुरंगा, वेला सुरंगा उर्फ गामगे सुरंगा प्रदीप, थिलिपन उर्फ दिलीपन और दानरत्नम नीलुक्षण के तौर पर की है. 


80 लाख की नकदी की जब्त


उन्होंने बताया कि आरोपियों के पास से प्री-एक्टिवेटेड भारतीय सिम कार्ड वाले कई मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं. एनआईए ने जांच के दौरान नशीली दवाओं के लेनदेन से संबंधित विभिन्न डिजिटल उपकरण, 80 लाख रुपये की नकदी और नौ सोने की ईंटें भी जब्त की थीं. ये नकदी और सोना नशीले पदार्थों की बिक्री से प्राप्त आय थी. आरोपियों के बीच क्रिप्टो प्लेटफॉर्म का उपयोग करने वाले कई लेनदेन का भी पता चला था.


लिट्टे को फिर से सक्रिय करने के लिए रची साजिश


प्रवक्ता ने कहा कि विक्की और नंदू को इस साल अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था, जबकि अन्य को पिछले साल दिसंबर में गिरफ्तार किया गया था. इन आरोपियों ने लिट्टे को फिर से सक्रिय करने के लिए धन जुटाने, हथियारों को जमा करने और छिपाने के लिए अवैध ड्रग्स के कारोबार की साजिश रची थी. ये ड्रग्स हाजी सलीम से मंगाई जा रही थी, जिसके पाकिस्तान में रहने का संदेह है. आरोपी व्यक्ति इस व्यापार के लिए अलग-अलग विदेशी व्हाट्सएप नंबरों का उपयोग कर रहे थे.


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