पठानकोट हमले पर चार्जशीट दाखिल, जैश के मुखिया मसूद सहित 4 के नाम
नई दिल्ली: पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले में एनआईए ने चार्जशीट दाखिल कर दी है. इस चार्जशीट में जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर, उसके भाई रऊफ असगर के अलावा दो और पाकिस्तानी आतंकियों के नाम हैं. पठानकोट में एयरबेस पर हमला करने वाले सभी चार आतंकी मारे गए थे.
101 पन्नों की इस चार्जशीट में जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर, उसके भाई रऊफ असगर, शाहिद लतीफ और लॉन्चिंग कमान्डर काशिफ को आरोपी बनाया गया है. बता दें कि जनवरी में पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले में सात जवान शहीद हो गए थे.
#FLASH: NIA files chargesheet in NIA Special Court against senior commanders of JeM for their involvement in #PathankotAttack
— ANI (@ANI_news) December 19, 2016
Chargesheet filed against JeM Chief Masood Azhar, JeM Dy Chief MA Rauf Asghar, Shahid Latif, launching commander & Kashif Jan, main handler — ANI (@ANI_news) December 19, 2016
चार्जशीट में सिलसिलेवार तरीके से बताया गया है कि कैसे चारों पाकिस्तानी मारे गए आतंकियों ने भारत में एंट्री ली और किस तरह से पठानकोट बेस तक पहुंचे.
चार्जशीट में सलविंद्र सिंह को क्लीन चिट !
सबसे महत्वपुर्ण बात पंजाब के एसपी सलविंद्र सिंह के बारे में बताई गई है. चार्जशीट में स्पष्ट तौर पर लिखा है कि आतंकियों ने पहली गाड़ी इकरार नाम के शख्स की पकड़ी थी, उसके बाद आतंकियों ने वह गाड़ी बलास्ट कर दी थी.
चार्जशीट के मुताबिक, आतंकियों ने दूसरी गाड़ी का इंतजार किया. तभी वहां एसपी सलविंद्र सिंह की गाड़ी आई. आतंकियों ने एसपी सलविंद्र सिंह और उनके कुक के हाथ पैर बांधकर जंगल में छोड़ दिया और राजेश को गाड़ी में बिठाकर फरार हो गए.
चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि जब राजेश ने आगे जाकर आतंकियों को बताया कि सलविंद्र सिंह पंजाब पुलिस के एसपी हैं. इसके बाद आतंकियों ने अपने हैंडर से बात की और उसने एसपी को पकड़ने के लिए कहा. लेकिन तब तब एसपी सलविंद्र वारदात और उनका कुक वहां से भाग गए थे.
साफतौर पर देखा जाए तो चार्जशीट में बताया गया है कि आतंकियों से सलविंद्र सिहं का कोई संबंध नहीं था. ऐसे में सलविंद्र सिंह को क्लीन चिट दे दी गई है.
कौन है मसूद अजहर
मसूद अजहर वही आतंकी है जिसे 1994 में जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों की वजह से गिरफ्तार किया गया था लेकिन 1999 में इंडियन एयरलाइंस की अगवा फ्लाइट 814 के यात्रियों की रिहाई के बदले कंधार ले जाकर रिहा कर दिया गया. पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना से पहले मसूद अजहर हरकर-उल-अंसार नाम के आंतकी संगठन से जुड़ा था और इसने जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी वारदातों को अंजाम दिया था.
मौलाना मसूद अजहर और उसके संगठन जैश-ए- मोहम्मद पर 2001 में भारत की संसद पर हमला करने का भी आरोप है.