NIA के हाथ लगी बड़ी कामयाबी, जम्मू कश्मीर में जैश के 4 ओवरग्राउंड वर्कर्स गिरफ्तार, आतंकियों के मददगार बन रचते थे साजिश
Jammu Kashmir News: नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के एक आला अधिकारी ने बताया कि यह मामला दक्षिण कश्मीर में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की आतंकवादी गतिविधियों से संबंधित है.
Jammu Kashmir News: आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) द्वारा पुलवामा (Pulwama) के छेवा कलान इलाके में मार्च महीने में सुरक्षा बलों पर हमला किए जाने के मामले में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (National Investigation Agency) ने आज जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में छापेमारी कर इस आतंकवादी संगठन से संबंध रखने वाले चार ओवरग्राउंड वर्कर्स को गिरफ्तार किया है. इस हमले में 1 पाकिस्तानी आतंकवादी समेत दो लोग मारे गए थे.
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के एक आला अधिकारी ने बताया कि यह मामला दक्षिण कश्मीर में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की आतंकवादी गतिविधियों से संबंधित है. इस मामले में सुरक्षा बलों और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों के बीच छेवा कलान पुलवामा इलाके (Pulwama Area) में 11 मार्च 2022 को मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ के दौरान 2 लोग मारे गए थे. जिनकी पहचान बाद में पुलवामा के आतिफ मुस्ताक भट्ट और कमल भाई के तौर पर हुई थी. जांच के दौरान पता चला कि कमल भाई मूलतः पाकिस्तान का रहने वाला था. यह मुकदमा शुरुआती दौर में पुलवामा थाने में दर्ज किया गया था लेकिन बाद में जांच के लिए नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) को सौंप दिया गया था.
जम्मू कश्मीर में अनेक स्थानों पर छापेमारी
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने इस मामले की जांच के दौरान अनेक तथ्य एकत्र किए इन तथ्यों के आधार पर आज जम्मू कश्मीर में अनेक स्थानों पर छापेमारी की गई. इस छापेमारी के दौरान अनेक आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद किए गए हैं. नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के एक आला अधिकारी ने बताया कि आज की छापेमारी के दौरान पुलवामा के रहने वाले साहिल अहमद खान.. जहांगीर अहमद दार.. शाहिद अहमद शेरगुजरी और इनायत गुलजार भट्ट को गिरफ्तार किया गया.
एनआईए को जांच के दौरान पता चला है कि यह चारों आरोपी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हुए थे और उसके आतंकवादियों को दक्षिण कश्मीर में छुपने के स्थान के साथ-साथ उन्हें अन्य सुविधाएं मुहैया कराते थे. NIA का कहना है कि यह चारों इस आतंकवादी संगठन के ओवरग्राउंड वर्कर के तौर पर काम कर रहे थे. साथ ही यह लोग अन्य युवा लोगों को भी इस संगठन में भर्ती होने के लिए प्रभाव डालते थे. इन चारों को गिरफ्तार कर इनसे आगे की पूछताछ की जा रही है कि इस आतंकी संगठन के लोग कहां कहां छुपे हुए हैं. मामले की जांच जारी है.
ये भी पढ़ें:
Agnipath Scheme: जानिए कब बना 'अग्निपथ स्कीम' का प्लान, इस स्टडी पर तैयार हुआ खाका