मुंबईः महाराष्ट्र पुलिस के पूर्व एनकाउंटर स्पेशलिस्ट और रिटायर पुलिस अधिकारी प्रदीप शर्मा से आज दूसरी बार एनआईए ने लंबी पुछताछ की. आपको बता दें कि प्रदीप शर्मा ने पुलिस सर्विस से वीआरएस लेकर शिवसेना पार्टी में शामिल हुए थे. एनआईए के अधिकारी ने बताया कि प्रदीप शर्मा को एंटीलिया कांड और मनसुख हिरण हत्या मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया था. शर्मा से 7 फरवरी के दिन भी करीब 8 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की गई थी और तब एनआईए उनके दिए बयान से संतुष्ट नही थी जिसके बाद आज यानी कि 8 फरवरी को दुबारा पूछताछ के लिए बुलाया गया.


बुलाये जाने पर प्रदीप शर्मा एनआईए के कार्यालय करीब 1 बजकर 20 मिनट पर पहुंचे थे और एनआईए ऑफिस से रात करीब 10 बजकर 15 बजे बाहर निकले.


एनआईए के सूत्रों ने बताया कि सचिन वाझे प्रदीप शर्मा का काफी करीबी था और एजेंसी को इससे जुड़े कुछ सवालों के जवाब चाहिए थे. एनआईए को पता चला था कि 1 मार्च से 4 मार्च के बीच जब मनसुख हिरण की हत्या की साजिश रची गयी थी तब वाझे शर्मा से मिला था.


जिस सिम कार्ड का इस्तेमाल कर मनसुख को 4 मार्च की शाम को आखिरी फोन कॉल कर उसे तावड़े नाम से बुलाया गया था उस सिम कार्ड का आखिरी लोकेशन अंधेरी था जहां शर्मा रहते हैं.


एनआईए के एक बड़े अधिकारी ने बताया, "हमने शर्मा का स्टेटमेंट दो बार रिकॉर्ड किया है पर अगर हम और किसी मुद्दे पर कुछ जवाब चाहिए होगा तो हम उसे दुबारा भी बुला सकते हैं."


एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि शर्मा से पूछताछ करने का एक कारण था पूर्व पुलिस कॉन्स्टेबल विनायक शिंदे जिसे लखन भैया फर्जी एनकाउंटर मामले में सजा भी मिली है. बताया जाता है कि कोविड के चलते जब शिंदे पेरोल पर बाहर आया था तब भी वो शर्मा के करीब था और आरोप है कि वो शर्मा से मिलता भी था.


एनआईए के अधिकारी ने बताया कि 2 मार्च को शर्मा मुंबई पुलिस कमिश्नर ऑफिस गए थे और शक है कि वहां पर वो वाझे और किसी सीनियर अधिकारी से मिले भी थे.


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