मुंबईः उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास पिछले महीने मिली उस स्कॉर्पियो के दरवाजे को जबरदस्ती खोलने के कोई निशान नहीं मिले हैं. जिसमें विस्फोटक पाया गया था. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यहां यह जानकारी दी. अधिकारी ने कहा कि इसके बाद मुंबई अपराध शाखा के जांचकर्ताओं को यह संदेह हुआ कि इसे तब डुप्लीकेट चाबी से खोला गया होगा जब इसे चोरी किया गया था.


राष्ट्रीय जांच एजेंसी कर रही जांच


मामले की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अपने हाथ में ले ली है. एसयूवी मनसुख हिरेन के पास थी और उन्होंने दावा किया था कि वाहन अंबानी के घर के बाहर पाये जाने से एक सप्ताह पहले विक्रोली इलाके से चोरी हो गया था. हिरेन पांच मार्च को रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाये गये थे.


वाहन के दरवाजे पर नहीं मिले जबरदस्ती खोले जाने के निशान


अपराध शाखा की जांच टीम का हिस्सा रहे अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें ऐसा कोई निशान नहीं मिला था जिससे पता चले कि उसके दरवाजे बल प्रयोग करके खोले गए थे.’’ उन्होंने कहा कि हालांकि वाहन की फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट का इंतजार है. हिरेन ने कहा था कि उन्होंने वाहन सड़क पर छोड़ दिया था क्योंकि इसकी स्टीयरिंग 17 फरवरी की रात को जाम हो गई थी.


सूत्रों ने बताया कि इस बीच, शुक्रवार को एनआईए की एक टीम मामले से संबंधित जानकारी हासिल करने के लिए ठाणे के पुलिस अधिकारियों से मुलाकात करने पहुंची. सूत्रों ने बताया कि हिरेन की मौत की जांच कर रही महाराष्ट्र एटीएस ने भी ठाणे में कुछ व्यक्तियों के बयान दर्ज किए हैं.


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