अंडमान शिफ्ट किए जाएंगे दिल्ली की जेलों में बंद गैंगस्टर्स! NIA ने गृह मंत्रालय से की ये अपील
NIA Letter: एनआईए को शक है कि ये गैंगस्टर्स जेल में अपना क्राइम सिंडिकेट चला रहे हैं. गृह मंत्रालय में लिखे लेटर में एनआईए ने अपराधियों को ट्रांसफर करने की मांग की है.
NIA Letter to MHA: दिल्ली की जेलों में बंद गैंगस्टर्स और अपराधियों को लेकर एनआईए ने गृह मंत्रालय को एक लेटर लिखा है. एनआईए ने अपने लेटर में ये गुजारिश की है कि कुख्यात गैंगस्टर्स को साउथ इंडिया की जेलों में शिफ्ट किया जाए. दिल्ली के अलावा पंजाब, हरियाणा की जेलों में बंद बड़े गैंगस्टर्स को भी ट्रांसफर करने की बात कही है. एनआईए को संदेह है कि ये गैंगस्टर्स जेल में बैठकर अपने क्राइम सिंडिकेट संचालित कर रहे हैं. लेटर में इन गैंगस्टर्स को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में ट्रांसफर करने की मांग उठाई गई है.
तिहाड़ जेल प्रशासन भी लिख चुके हैं चिठ्ठी
यह कोई पहली बार नहीं है जब अपराधियों को लेकर इस तरह की मांग उठाई गई हो. इससे पहले दिल्ली का तिहाड़ जेल प्रशासन भी गैंगस्टर्स टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के बाद कुख्यात गैंगस्टर्स को दूसरे राज्यों की जेलों में शिफ्ट करने को लेकर दिल्ली सरकार को चिट्ठी लिख चुका है. एनआईए को संदेह है कि दिल्ली और अन्य राज्यों की जेलों में बंद गैंगस्टर्स सलाखों के पीछे से ही काम कर रहे थे और कई हत्याओं की साजिशें भी इसी तरह रची जा रही हैं. दिल्ली के तिहाड़, रोहिणी और मंडोली में कुल 16 जेल हैं, जिनमें 20 हजार से ज्यादा कैदी रहते हैं.
25 गैंगस्टर्स शिफ्ट करने की मांग
इससे पहले गृह मंत्रालय को लिखे पत्र में एनआईए ने उत्तर भारत की जेलों में से करीब 25 गैंगस्टर्स को साउथ इंडिया में ट्रांसफर करने की मांग उठाई थी. इस लिस्ट में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मुख्य आरोपी लॉरेंस बिश्नोई का नाम भी शामिल है. तिहाड़ जेल प्रशासन ने मई महीने में गृह मंत्रालय को लेटर लिखा था और कुख्यात गैंगस्टर्स को दूसरे राज्यों की जेलों में शिफ्ट करने की मांग की थी. वहीं जेल प्रशासन ने कैदी स्थानांतरण अधिनियम में भी संशोधन की बात कही थी ताकि प्रशासन बिना सरकार की इजाजत के किसी गैंगस्टर को ट्रांसफर कर सके.
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