NIA Raid In Mumbai: D कंपनी से जुड़े 29 ठिकानों पर NIA की छापेमारी, सलीम फ्रूट समेत कई हिरासत में
NIA ने मुंबई के ग्रांट रोड इलाके में रहने वाले सलीम फ्रूट के घर पर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान एजेंसी ने कुछ दस्तावेज भी बरामद किए और फिर सलीम फ्रूट को अपने साथ लेकर गए ताकि पूछताछ की जा सके.
NIA Raid In Mumbai: आज सोमवार सुबह देश की सबसे बड़ी सुरक्षा एजेंसी, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मुंबई के तकरीबन 29 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की. इस छापेमारी में एनआईए ने मुंबई और मुंबई से जुड़े मीरा रोड में D कंपनी और उससे संबंध रखने वाले संदिग्ध लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की. इसमें से 24 ठिकाने मुंबई में हैं तो वहीं मीरा रोड में 5 जगहे हैं.
NIA सूत्रों ने बताया की इसी साल फरवरी के महीने में उन्होंने एक मामला दर्ज किया था. उसी मामले की जांच के दौरान इस तरह से छापेमारी की जा रही है और सबूत जमा करने की कोशिश की जा रही है.
NIA ने आज मुंबई के ग्रांट रोड इलाके में रहने वाले मोहम्मद सलीम मोहम्मद इकबाल कुरैशी उर्फ सलीम फ्रूट के घर पर भी छापेमारी की. छापेमारी के दौरान कुछ दस्तावेज भी बरामद किए और फिर सलीम फ्रूट को अपने साथ लेकर गए ताकि पूछताछ की जा सके.
कौन है सलीम फ्रूट?
पारिवारिक संबंध होने की वजह से सलीम फ्रूट छोटा शकील का बेहद करीबी है. छोटा शकील उसे अपने बेटे की तरह समझता है. सलीम की शादी छोटा शकील की पत्नी की छोटी बहन से हुआ है. सलीम के पिता उमर कुरैशी मुंबई के नल बाजार इलाके में फ्रूट बेचते थे इसी वजह से सलीम को सलीम फ्रूट नाम से संबोधित किया जाता है.
इस गैंग में आने से पहले सलीम दुबई में भी फ्रूट को एक्सपोर्ट करता था. दुबई और लंदन में इसका काम फैला है और दुबई में एक आलीशान बंगला भी है. सलीम पर वसूली का मामला दर्ज है. इसके अलावा एक टीम मुंबई के माहिम इलाके में गई थी वहां पर सुहेल खंडवानी के घर पर छापेमारी की.
कौन है अब्दुल कयूम ?
खंडवानी मुंबई के माहिम दरगाह और हाजी अली दरगाह के ट्रस्टी हैं. घर पर छापेमारी के बाद NIA के अधिकारी उन्हें उनके माहिम स्थित कार्यालय लेकर गए और वहां पर उनसे पूछताछ की गई. इस मामले में NIA अब्दुल कयूम नाम के शख्स से भी पूछताछ कर रही है. कयूम 1993 ब्लास्ट मामले में आरोपी था.
बाद में ट्रायल के समय सबूतों के अभाव में स्पेशल ताड़ा कोर्ट ने सभी आरोपों से बरी कर दिया था. NIA की एक टीम पायधुनी इलाके में रहने वाले एक 71 साल के बुजुर्ग के यहां छापेमारी की. सूत्रों ने बताया की वो शख्स दाऊद ट्रस्ट नाम की ट्रस्ट चलता है. उसकी एक बेटी है जो विदेश में रहती है.
NIA की टीम ने बोरीवली में भी रेड की. जहां पर अजय गोसालिया के घर पर छापेमारी की. अजय गोसालिया पेशे से बुकी है और कथित तौर से D कंपनी का नजदीकी है. इस पर D कंपनी के लिए हवाला ऑपरेटर के जरिये मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. NIA की एक टीम ने अब्दुल मन्नान शेख उर्फ मननान फावड़ा को भी पूछताछ के लिए नोटिस दिया है. मननान 1993 ब्लास्ट मामले का अहम गवाह रह चुका है.
क्या थी NIA की FIR ?
NIA ने अपनी FIR में बताया की दाऊद इब्राहिम एक ग्लोबल टेररिस्ट है उसने भारत को दहलाने के लिए एक स्पेशल यूनिट बनाई है. यह युनिट भारत के बड़े नेताओं और व्यापारियों को निशाना बनाने की तैयारी में है. ऐसा करके ये लोग देश की राजधानी दिल्ली और देश की आर्थिक राजधानी मुंबई समेत दूसरे शहरों में हिंसा फैलाना चाहते हैं.
NIA ने यह मामला दाऊद इब्राहिम, अनीस इब्राहिम शेख, छोटा शकील, जावेध पटेल उर्फ जावेध चिकना, टाइगर मेमन के खिलाफ दर्ज किया है. आपको बता दें की दाऊद इब्राहिम मुंबई में हुए 1993 ब्लास्ट का आरोपी है और फरार है. दाऊद इब्राहिम को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया गया और वो पाकिस्तान में छिपकर बैठा है.
दाऊद हर तरह के गैरकानूनी कामों में लिप्त है. आर्म्स स्मगलिंग, नार्को टेररिज्म, अंडरवर्ल्ड क्रिमिनल सिंडिकेट, मनी लॉन्ड्रिंग, फेक इंडियन करंसी और जमीन हड़पना जैसे काम करते हुए वो पैसे जमा करता है ताकि आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया जा सके. इसके लिए वो आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, अल कायदा के साथ मिलकर भी काम करता है.
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