खालिस्तान-गैंगस्टर्स के नेटवर्क पर NIA की बड़ी कार्रवाई, यूपी-दिल्ली समेत 6 राज्यों में 51 ठिकानों पर रेड
NIA Raid Updates: पिछले कुछ महीनों में खालिस्तानी आतंकियों और गैंगस्टर्स के बीच संबंधों की जानकारी सामने आई है. इसके बाद से ही नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) अलर्ट मोड में है.
NIA Raids: नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने गैंगस्टर टेरर नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई की है. उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड और दिल्ली-एनसीआर समेत छह राज्यों में एक साथ रेड मारी जा रही है. एनआईए कुल मिलाकर 51 जगहों पर रेड कर रही है. पंजाब, हरियाणा जैसे राज्यों में छिपकर बैठे गैंगस्टर्स के संबंध खालिस्तानी आतंकियों संग होने के सबूत मिले हैं. माना जा रहा है कि इसे ही ध्यान में रखते हुए ये रेड हो रही है.
एनआईए ने बताया है कि वह 6 राज्यों में 3 मामलों में लॉरेंस बंबीहा और अर्श डल्ला गिरोह के सहयोगियों से संबंधित 51 स्थानों पर छापेमारी कर रही है. पंजाब के भठिंडा और मोगा में एनआईए की टीम मौजूद है. पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद से ही लॉरेंस बिश्नोई गैंग और बंबीहा गैंग चर्चा में थे. कहा जाता है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग को टक्कर देने के लिए बंबीहा गैंग ने पाकिस्तान की मदद भी ली. वहीं, अर्श डल्ला विदेश में छिपकर बैठा है और वहां से ही अपने अपराध को अंजाम दे रहा है.
खालिस्तानियों के ऊपर प्रहार
भारत-कनाडा के बीच चल रहे कूटनीतिक खींचतान के बीच एनआईए की तरफ से ये बड़ी कार्रवाई की गई है. एनआईए ने पंजाब में 30 जगहों, राजस्थान में 13 जगहों, हरियाणा में 4 जगहों, उत्तराखंड में 2 जगहों, दिल्ली और यूपी में एक-एक जगहों पर छापेमारी की है. इसे प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन 'खालिस्तान टाइगर फोर्स' के ऊपर सबसे बड़ा प्रहार माना जा रहा है. अर्शदीप डल्ला के पंजाब और अन्य राज्यों में नेटवर्क को खंगाला जा रहा है.
डल्ला के करीबी हैरी मौर, गुरप्रीत सिंह गुरी और गुरमैल सिंह के ठिकानों पर पंजाब में रेड मारी गई है. NIA सूत्रों के मुताबिक, विदेशों में बैठे खालिस्तानी और गैंगस्टर भारत मे ओवर ग्राउंड वर्कर को हवाला चैनल से ड्रग्स और हथियार के लिए फंडिंग कर रहे हैं. गैंगस्टर -खालिस्तानियों की इस फंडिंग की चेन को खत्म करने के लिए NIA बड़ा एक्शन कर रही है.
सूत्रों ने बताया है कि एनआईए ने खालिस्तान-ISI और गैंगस्टर नेक्सस पर कई इनपुट्स इक्कठा किए हैं. अब तक जितने भी गैंगस्टर और खालिस्तानी को UAPA में गिरफ्तार किया है, उनसे पूछताछ के आधार पर गैंगस्टर -खालिस्तानी नेक्सस का इस्तेमाल टेरर फंडिग, हथियार सप्लाई के साथ साथ विदेशी धरती से देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए काम किया जा रहा है. NIA अब विदेशी धरती से चल रहे खालिस्तानी और गैंगस्टर के समर्थकों पर बड़ा प्रहार करना शुरू कर दिया है.
पाकिस्तान का गैंग्सटर्स संग गठजोड़
दरअसल, पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के रास्ते भारत में न सिर्फ ड्रग्स की सप्लाई की जाती है, बल्कि आतंकियों को भेजा जाता है. पाकिस्तान को मालूम है कि अगर उसे भारत में अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देना है, तो उसके लिए गैंगस्टर्स उसकी मदद कर सकते हैं. यही वजह है कि हथियारों के लालच के जरिए गैंग्स्टर्स को अपनी ओर किया जा रहा है. इस काम को अंजाम देने के लिए इस्लामिक आतंकियों के बजाय खालिस्तानी आतंकियों की मदद ली जा रही है. कनाडा में बैठे हुए खालिस्तानी आतंकी लगातार ISI के संपर्क में हैं.
भले ही कई राज्यों की पुलिस ने इन गैंगस्टर्स पर कड़ी कार्रवाई की है. मगर फिर भी कुछ ऐसे गिरोह अभी भी हैं, जो एक्टिव हैं. इनमें से अधिकतर तो छिपे हुए हैं, जबकि कुछ अभी जेल की सलाखों के पीछे हैं. पाकिस्तान को अभी तक जम्मू-कश्मीर के रास्ते आतंकी साजिश रचने के लिए जाना जाता रहा है. मगर वह आए दिन ड्रोन के जरिए पंजाब से लगने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ड्रग्स की सप्लाई करता रहता है. बीएसएफ के जवानों ने पिछले कई महीने में कई दफा पाकिस्तानी ड्रोन मार गिराए हैं.
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