NIA Raids: आतंकी-गैंगस्टर और ड्रग्स तस्कर के गठजोड़ के खिलाफ NIA का ऑपरेशन, 76 ठिकानों पर रेड, हथियारों के साथ 2.3 करोड़ बरामद
NIA Raids: एनआईए ने कुख्यात अपराधियों, आतंकवादी समूहों और मादक पदार्थ तस्करों के बीच सांठगांठ से जुड़े मामलों के सिलसिले में कई राज्यों में छापेमारी की.
NIA Raids: एनआईए ने मंगलवार (21 फरवरी) को देश के कई राज्यों में छापेमारी की. यह रेड कुख्यात अपराधियों, आतंकवादी समूहों, मादक पदार्थ तस्करों, गैंगस्टर और विदेश में बैठे आतंकियों के बीच सांठगांठ से जुड़े मामलों के सिलसिले में की गई. एजेंसी ने यह रेड पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और दिल्ली/ एनसीआर समेत 76 जगहों पर की.
अगस्त 2022 में एनआईए ने 3 मामले दर्ज किए थे. इसके बाद उन आतंकियों और गैंगस्टर्स की पहचान की गई जो देश के लिए बड़ा खतरा हैं. फिर एक के बाद एक एनआईए ने इन सभी के नेटवर्क को तोड़ने के लिए लगातार रेड शुरू की. देश के अलग-अलग 76 जगहों पर हुई छापेमारी इसी ऑपरेशन का हिस्सा थी. ये पांचवी छापेमारी थी. इससे पहले अगस्त 2022 से लेकर अब तक एजेंसी 4 बार छापे मार चुकी है.
किन जगहों पर छापेमारी की?
एनआईए की इस रेड में निशाना वो लोग भी थे जो आतंकियों और गैंगस्टर्स को हथियार और पैसा मुहैया करवाते हैं. इस छापेमारी के दौरान एजेंसी ने हथियार और 2.3 करोड़ रुपए कैश भी बरामद किया है. पूरे नेटवर्क को तोड़ने के लिए एनआईए ने पंजाब में अबोहर, भटिंडा, मुक्तसर साहेब, मोगा, लुधियाना, मोहाली, फिरोजपुर, तरनतारन में रेड की. इसके अलावा हरियाणा के गुरुग्राम, यमुना नगर, रोहतक, महेंद्रगढ़, सिरसा और झज्जर जिले में छापेमारी की.
एजेंसी ने राजस्थान के चूरू, भरतपुर और अलवर में भी एनआईए की टीम ने कई ठिकानों पर रेड की. उत्तर प्रदेश के बागपत, बरेली, प्रतापगढ़, बुलंदशहर और पीलीभीत में और दिल्ली/एनसीआर के द्वारका, बाहरी उत्तरी, मध्य और बाहरी उत्तरी जिले में छापेमारी की गई.
एनआईए ने क्या कहा?
एनआईए के मुताबिक मुक्तसर में गिद्दड़बाहा के लखवीर सिंह, अबोहर में नरेश, हरियाणा के नारनौल के सुरेंद्र चीकू, गुरुग्राम के कौशल चौधरी, अमित डागर और यूपी के बागपत के सुनील राठी के यहां रेड की. इसके अलावा हवाला का काम करने वाले, हथियार दिलाने वाले, कुछ गन हाउस और लॉजिस्टिक प्रोवाइड करने वाले लोगों के यहां भी रेड की गई.
जांच में क्या आया?
एनआईए ने तलाशी के दौरान 11 पिस्टल/ रिवाल्वर/राइफल जब्त की है. इसके अलावा आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल उपकरण भी बरामद किए हैं. एजेंसी की जांच में सामने आया है कि ये गैंग टारगेट किलिंग को अंजाम दे रहे थे. ड्रग्स, हवाला नेटवर्क और हथियारों की तस्करी के जरिए ऐसी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए पैसे भी कमा रहे थे.
इतना ही नहीं जांच में ये भी सामने आया है कि ये अपराधी जेल में बंद अपने आकाओं के इशारे पर व्यापारियों और डॉक्टरों से फिरौती की मांग भी कर रहे थे. एनआईए के मुताबिक इस पूरे सिंडिकेट ने लोगों के बीच एक डर का माहौल पैदा कर दिया था. गैंग्स सिर्फ देश से ही ऑपरेट नहीं हो रहे हैं. इन गिरोह के लीडर जो देश छोड़कर विदेश भाग गए हैं, पाकिस्तान, कनाडा, मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया से चला रहे हैं. एनआईए हत्या के कई ऐसे मामलों की जांच कर रही है, जो मर्डर जेल में रहकर करवाई गई है.
ये भी पढ़ें- Jhajjar NIA Raid: हरियाणा के झज्जर में एनआईए की रेड, गैंगस्टर नीरज बवाना के मौसेरे भाई से की पूछताछ