टेरर फंडिग केस में NIA ने कश्मीर और दिल्ली में कई जगह की छापेमारी
90 के दशक की शुरुआत में जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के फलने-फूलने के बाद से यह पहली बार है कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने आतंकवादी और अलगाववादी संगठनों को वित्त पोषण मुहैया कराने के संबंध में छापे मारे है.
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श्रीनगर: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हवाला कारोबार और आतंकवाद और अलगाववादी गतिविधियों के वित्त पोषण में कथित तौर पर शामिल कारोबारियों के कश्मीर और दिल्ली में 16 ठिकानों की आज तलाशी ली है.
अधिकारियों ने बताया कि एनआईए के अधिकारियों ने आज सुबह श्रीनगर और उत्तरी कश्मीर में विभिन्न हिस्सों में कारोबारियों के ठिकानों पर छापे मारे और संदिग्ध स्थानों पर व्यापक तलाशी अभियान चलाया. एनआईए अधिकारियों ने पुरानी दिल्ली में पांच व्यापारियों के ठिकानों पर भी छापे मारे.
NIA raids in Srinagar and Delhi in J&K terror funding case. (Visuals from Delhi's Khari Baoli) pic.twitter.com/KynAMsADII
— ANI (@ANI) September 6, 2017
यह छापेमारी उस समय की गई जब एक दिन पहले एनआईए ने दो लोगों को गिरफ्तार किया जिनमें एक स्वतंत्र फोटो पत्रकार भी शामिल है जो पथराव करने और सोशल मीडिया के जरिए सुरक्षा बलों के खिलाफ समर्थन जुटाने में कथित तौर पर संलिप्त था.
एनआईए द्वारा की गई गिरफ्तारियां और छापेमारी 30 मई को दर्ज मामले की जांच का हिस्सा है जिसमें पाकिस्तान स्थित जमात-उद-दावा और प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा नेता हाफिज सईद बतौर आरोपी नामजद है.
एनआईए ने कश्मीर घाटी में अशांति पैदा करने के लिए आतंकवाद और विध्वंसकारी गतिविधियों को कथित तौर पर वित्त पोषण देने के मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है.
मामले में ऐसी गतिविधियों के वित्त पोषण के लिए हवाला समेत विभिन्न अवैध माध्यमों के जरिए धनराशि जुटाने और एकत्रित करने के मुद्दे भी शामिल हैं. इसमें पथराव करके, स्कूल जलाकर, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाकर और भारत के खिलाफ युद्ध छेड़कर घाटी में शांति भंग करने के मामले भी शामिल हैं.
90 के दशक की शुरुआत में जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के फलने-फूलने के बाद से यह पहली बार है कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने आतंकवादी और अलगाववादी संगठनों को वित्त पोषण मुहैया कराने के संबंध में छापे मारे है.
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