NIA Raids Bambiha Gang; टेरर-गैंगस्टर नेटवर्क के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए NIA ने बुधवार (27 नवंबर) को पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में नौ जगहों पर छापेमारी की. ये छापेमारी गैंगस्टर देविंदर बंबीहा सिंडिकेट से जुड़े संदिग्धों के ठिकानों पर की गई. NIA की टीमों ने हरियाणा के पलवल, फरीदाबाद और गुरुग्राम, पंजाब के जालंधर और उत्तर प्रदेश के मथुरा जिलों में संदिग्धों के ठिकानों पर छानबीन की.
NIA के अधिकारियों के मुताबिक इस छापेमारी के दौरान कई अहम सबूत जब्त किए गए, जिनमें मोबाइल फोन, डिजिटल डिवाइस, बैंकिंग लेनदेन जुड़े कागजात और अपराध से अर्जित संपत्ति से जुड़े दस्तावेज शामिल है. NIA ने ये कारवाई एक पहले से दर्ज मामले में की है. जोकि बॉर्डर पार से भारत में हथियार, गोला बारूद, ड्रग्स तस्करी से जुड़े हैं. गृह मंत्रालय के आदेश पर दर्ज इस मामले में NIA कई महीनों से तफ्तीश कर रही है. NIA की जांच में खुलासा हुआ है कि ये संगठन भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए बड़े पैमाने पर टेरर फंडिंग इकट्ठा कर रहा है. जांच जारी है.
लॉरेंस बिश्नोई और बंबीहा गैंग का टकराव
बता दें कि बंबीहा गैंग का नाम कुख्यात अपराधी दिलप्रीत बंबीहा के नाम पर रखा गया है, लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का कट्टर दुशमन है. यह गैंग हत्या, जबरन वसूली और ड्रग्स तस्करी जैसी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त है. इस गैंग का नेटवर्क भारत के साथ-साथ विदेशों में भी फैला हुआ है. गैंग अपनी धमक और दावों के लिए सोशल मीडिया का सक्रिय रूप से इस्तेमाल करता है.लॉरेंस बिश्नोई और बंबीहा गैंग के बीच लंबे समय से दुश्मनी है,दोनों गिरोह के बीच अक्सर गोलाबारी और हत्या की घटनाएं होती हैं.सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद से गैंगवार की घटनाओं में तेजी आई है.
NIA की कार्रवाई का उद्देश्य
दरअसल, इस छापेमारी का मकसद बंबीहा गैंग की आपराधिक गतिविधियों, उनके फंडिंग स्रोतों और नेटवर्क का खुलासा करना था. इस कार्रवाई में गैंग के विदेशी संपर्कों की जांच भी शामिल है. गैंग के सोशल मीडिया अकाउंट्स और डिजिटल गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है.