NIA Raids PFI Offices: केरल के कोझीकोड से ईडी (ED) की गिरफ्त में आया पीएफआई (PFI) और एसडीपीआई (SDPI) का सदस्य शफीक पायथ कतर से देश विरोधी गतिविधियों के लिए फंडिंग कर रहा था. उसका नाम पीएफआई महासचिव केए रऊफ शरीफ की गिरफ्तारी के बाद तब सामने आया था, जब रऊफ ने खुलासा किया था कि उसे विदेशों से मिले 1.36 करोड़ रुपये में से 21 लाख रुपये शफीक पायथ (Shafiq Payeth) ने भेजे थे.
दरअसल शफीक कतर में रहकर पीएफआई के लिए फंडिंग का बंदोबस्त कर रहा था. वह हवाला के जरिए पैसे भेजने में भी एक्सपर्ट है जिसकी वजह से जांच एजेंसियां लगातार उसे तलाश रही थी. ईडी के हाथ लगने के बाद उसे अदालत ने दस दिन की रिमांड पर भेजा है, जो तीन अक्टूबर को खत्म होगी. लखनऊ के अशोक मार्ग स्थित ईडी के जोनल कार्यालय में अधिकारी बारी-बारी से उससे पूछताछ कर रहे हैं.
इस तरह हुआ था लेनदेन
कतर में रहने वाले मोहम्मद शफीक उर्फ शफीक पायथ ही वह मुख्य कड़ी है जो रऊफ शरीफ को लगातार पैसे भेज रहा था. ये लेनदेन विदेश से सामान की खरीद फरोख्त के नाम पर हो रहा था. इस रकम का एक हिस्सा हाथरस कांड के बाद सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश रचने जा रहे पीएफआई के चार सदस्यों सिद्दीक कप्पन, अतीकुर रहमान, मसूद अहमद और मोहम्मद आलम को रऊफ शरीफ ने दिया था.
रेहाब इंडिया फाउंडेशन को 16 लाख रुपये भेजे
जांच में सामने आया है कि शफीक पायथ ने अपने साउथ इंडियन बैंक के खाते से पीएफआई के सहयोगी संगठन रेहाब इंडिया फाउंडेशन को 16 लाख रुपये भेजे थे. रऊफ ने अपने बयान में यह स्वीकारा भी था कि रेहाब इंडिया फाउंडेशन खाड़ी देशों में रहने वाले पीएफआई सदस्यों से फंडिंग कराता है. इसके अलावा शफीक अपने कतर के एनआरई/एनआरओ खाते से रऊफ शरीफ और रेहाब इंडिया फाउंडेशन को रकम भेज रहा था.
जांच एजेंसियों की नजर में आने के बाद शफीक पायथ का चार बार बयान दर्ज किया था जिसमें उसने स्वीकारा था कि उसे मास्क बेचने पर करीब 90 लाख रुपये नगद कमीशन मिला था जिसे उसने अपने दोहा बैंक के खाते में जमा किया था. बाद में इस रकम को साउथ इंडियन बैंक के खाते में ट्रांसफर कर दिया था. इसमें से 40 लाख रुपये उसने रऊफ शरीफ के आईसीआईसीआई बैंक और फेडरल बैंक के खाते में ट्रांसफर की. कुछ रकम उसने सीधे दोहा बैंक के खाते से भी रऊफ को भेजी थी.
पीएफआई के दफ्तरों पर की थी छापेमारी
उसने दो साल तक गल्फ तेजस डेली में बतौर बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर काम करने की बात भी कबूली है. इस अखबार को पीएफआई का मुखपत्र माना जाता है. इसके निदेशक अब्दुल रज्जाक बीपी जोकि केरल में पीएफआई का सक्रिय सदस्य है, को पूर्व में गिरफ्तार भी किया जा चुका है. ईडी को शफीक पायथ के घर से तमाम संदिग्ध दस्तावेजों के अलावा दो मोबाइल भी मिले हैं जिनको फोरेंसिक जांच के लिए सोमवार को भेजने की तैयारी है. बता दें कि, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और 15 राज्यों की पुलिस के साथ देशव्यापी कार्रवाई के दौरान गुरुवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था.
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