नई दिल्ली: कुछ गवाहों की अहम गवाही से लैस राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को विवादित इस्लामी प्रचारक जाकिर नाइक को दूसरा नोटिस जारी कर आतंक रोधी कानून के तहत उनके खिलाफ दर्ज एक मामले में 30 मार्च को पेश होने को कहा.

एनआईए के प्रवक्ता ने कहा कि जांच एजेंसी ने अब तक करीब 60 लोगों से पूछताछ की है जिनमें नाइक के परिवार के सदस्य, उनके कारोबार के कुछ सहयोगी, प्रचारक की तरफ से स्थापित इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन और हार्मनी मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारी भी शामिल हैं.

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘कुछ गवाहों ने मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दिए हैं जिनमें बताया है कि किस तरह डॉ. जाकिर नाइक अपनी तकरीरों के जरिए विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच बैर भाव और घृणा को बढ़ावा देता था और अन्य धर्मों तथा संप्रदायों के लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करता था.’’ उनके मुताबिक पड़ताल में पता चला है कि नाइक ने मुंबई और इर्दगिर्द के इलाके में अपने परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों और अपने तरफ से स्थापित कंपनियों के नाम पर कई संपत्तियां खरीदी थीं.

उन्होंने कहा, ‘‘बीते कुछ वषरें में नाइक ने विदेशी बैंक खातों से भारत के बैंक खाते में काफी सारा पैसा स्थानांतरित किया. उसकी विदेशी आय के स्रोत अभी मालूम नहीं है.’’ एजेंसी ने जाकिर को 14 मार्च को जांच में शामिल होने को कहा था लेकिन वह पेश नहीं हुआ.

पिछले साल नवंबर में एनआईए ने नाइक तथा उनके सहयोगियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी.