NIA ने मुंबई क्राइम ब्रांच के सीआईयू कार्यालय में कल रात की तलाशी, सचिन वाजे के दफ्तर से मोबाइल-लैपटॉप जब्त
सूत्रों के मुताबिक, सोमवार की रात 10 बजे एनआईए की एक टीम ने मुंबई क्राइम ब्रांच के सीआईयू कार्यालय में तलाशी ली. यहां से एनआईए की टीम ने लैपटॉप, मोबाइल और कुछ डॉक्यूमेंट जब्त किए.
मुंबई: नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) की एक टीम ने कल रात मुंबई क्राइम ब्रांच के सीआईयू कार्यालय में तलाशी ली. सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी. सूत्रों के मुताबिक, कल रात करीब 10 बजे एनआईए की एक टीम ने सर्च ऑपरेशन किया. इस दौरान सचिन वाजे के केबिन में सर्च किया गया, जहां से मोबाइल, लैपटॉप और कुछ डॉक्यूमेंट जब्त किए गए. मुंबई पुलिस कमिश्नर के ऑफिस के परिसर में ही सीआईयू का कार्यालय है.
क्राइम ब्रांच के सीनियर अधिकारियों को इस बारे में जानकारी नहीं थी कि सचिन वाजे ने अपने सोसाइटी की सीसीटीवी फुटेज मंगवाई है. वाजे ने हमेशा अपने सीनियर अधिकारियों को मना किया कि उसे स्कॉर्पियो के बारे में नहीं पता था. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आरोप के बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने सचिन वाजे से पूछताछ की थी. वाजे ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया था.
सूत्रों के मुताबिक, तलाशी के बाद एनआईए इनोवा गाड़ी से संबंधित लॉग बुक अपने साथ लेकर गई. लॉग बुक में रिकॉर्ड मेंटेन किया जाता है कि किस दिन और कब कौन गाड़ी चला रहा था. दरअसल, एनआईए ये पता लगाना चाहती कि यह गाड़ी 24 फरवरी के दिन कौन चला रहा था? एनआईए ने अब तक मुम्बई क्राइम ब्रांच के सात लोगों का स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया है. इसमें 5 लोग सीआईयू और दो लोग दूसरी क्राइम यूनिट के हैं.
सूत्रों ने बताया कि एटीएस के पास मामला जाने से पहले जब मुम्बई पुलिस की क्राइम ब्रांच जांच कर रही थी तक क्राइम ब्रांच के जांच अधिकारियों ने कभी भी इन्वेस्टिगेशन में प्रोग्रेस नहीं दिखाया था. उनका हमेशा से कहना था कि इनोवा गाड़ी लोकेट नहीं हो रही है. आरोप है कि सीआईयू के जांच अधिकारी यानी कि सचिन वाजे ने अपने सीनियर्स को जांच के दौरान गुमराह किया और कभी भी सही बात नहीं बताई.
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