जम्मू-कश्मीर में NIA का बड़ा एक्शन, आतंकी घुसपैठ और हमलों के मामले में 9 ठिकानों पर छापेमारी
NIA Raids J&K: छापेमारियों में कई अहम दस्तावेज और डिजिटल एविडेंस बरामद हुए है, जिनसे प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के आतंकियों, ओवरग्राउंड वर्कर्स और हाइब्रिड आतंकवादियों के बीच संबंधों का खुलासा हुआ है.
NIA Raids In J&K: नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पांच जिलों में आतंकवादी घुसपैठ और हाल ही में सुरक्षाबलों और आम लोगों पर हुए हमलों से जुड़े मामले में कई जगहों पर छापेमारी की. एनआईए की कई टीमों ने रियासी, उधमपुर, डोडा, रामबन और किश्तवाड़ जिलों के आठ जगहों पर ये छापेमारी की.
एनआईए के मुताबिक इन छापेमारियों में कई अहम दस्तावेज और डिजिटल एविडेंस बरामद हुए है, जिनसे प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के आतंकियों, ओवरग्राउंड वर्कर्स और हाइब्रिड आतंकवादियों के बीच संबंधों का खुलासा हुआ है. एनआईए ने बताया कि जिन लोगों के ठिकानों पर तलाशी ली गई. उनमें प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के समर्थक, कैडर और सहयोगी शामिल है. ये सभी आतंकियों को सीमा पार से भारत में घुसपैठ कराने, उन्हें खाने का सामान, रूकने की जगह, पैसे और अन्य जरूरी चीजें उपलब्ध कराने में शामिल थे.
आतंकी संगठनों के ओवरग्राउंड वर्कर्स के बीट संबंधों का खुलासा
एनआईए ने 24 अक्टूबर, 2024 को ये मामला दर्ज किया था. ये मामला लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों की अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के जरिए भारत में घुसपैठ से जुड़ा है. जानकारी के मुताबिक, जम्मू क्षेत्र के गांवों में सक्रिय ओवर ग्राउंड वर्कर और अन्य सहयोगियों ने इन घुसपैठियों को हरसंभव मदद दी. एनआईए ने ये भी बताया कि तलाशी के दौरान ऐसे सबूत मिले हैं, जो प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के नए सहयोगियों और ओवरग्राउंड वर्कर्स के बीच संबंध का खुलासा करते है. इस मामले में आगे की जांच जारी है.
आठ दिनों पहले भी हुई थी आंतकी घुसपैठ
जम्मू कश्मीर में आए दिन आतंकी घटनाएं होती रहती है. कोई लश्कर ए तैयबा से जुड़ा आतंकी घुसपैठ करता है तो कहीं जैश ए मोहम्मद के आतंकी सुरक्षाबलो के साथ मुठभेड़ करते नजर आते हैं. सप्ताह भर पहले जम्मू कश्मीर के कुलगाम जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच दिन भर मुठभेड़ जारी रही. इस इलाके में तीन आतंकवादियों के छिपे होने की संभावनाएं थी, जिसको लेकर सुरक्षा बलों की ओर से अतिरिक्त फोर्स भी बुलाई गई थी. इसके पहले उत्तर कश्मीर में बांदीपोरा, कुपवाड़ा और सोपोर में भी आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हो चुकी है.