Mangaluru Autorickshaw Blast: NIA ने हाथ में ली मंगलुरु ऑटो-रिक्शा धमाके की जांच, आतंकी मैसेज वायरल होने पर पुलिस-एजेंसिया अलर्ट
NIA Probe: मंगलुरु ऑटो रिक्शा धमाका मामले में कर्नाटक सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर जांच एनआईए से कराने के लिए कहा था.
NIA Probe in Mangaluru Auto-Rickshaw Blast Case: कर्नाटक (Karnataka) के मंगलुरु में 19 नवंबर को ऑटो रिक्शा में हुए धमाके (Mangaluru Auto-Rickshaw Blast) की जांच अब नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने अपने हाथ में ले ली है. धमाके में मुख्य संदिग्ध समेत दो लोग घायल हुए थे. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अधिकारियों ने गुरुवार (1 दिसंबर) को यह जानकारी दी. एनआईए की ओर से केस हाथ में लेने का मतलब है कि मामले की जांच आतंकी एंगल से आगे बढ़ेगी. राज्य की पुलिस पहले से ही आतंकी गतिविधि के संबंध में ही जांच कर रही थी. इसकी वजह कथित तौर पर वायरल हो रहा एक संदेश है, जिसमें आतंकी धमकी दिए जाने की बात कही गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, द इस्लामिक रेजिस्टेंस काउंसिल (IRC) नाम के कम पहचाने जाने वाले छोटे संगठन ने धमाके की जिम्मेदारी ली है. संगठन की ओर से कथित तौर पर कहा गया है कि मुजाहिद भाइयों में से एक मोहम्मद शरीक ने कादरी में हिंदुत्व मंदिर पर हमले का प्रयास किया. पुलिस के मुताबिक, आईआरसी ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए संदेश में कहा है कि ऐसी संभावनाएं सभी सैन्य और विध्वंसक मुहिम के साथ मौजूद हैं.
पुलिस ने UAPA के तहत किया था मामला दर्ज
मंगलुरु के कनकनाडी पुलिस थाना क्षेत्र में यह धमाका हुआ था. ऑटो चालक और संदिग्ध मोहम्मद शरीक घायल हो गए थे. पुलिस ने धमाके को आतंकी घटना बताया था और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत मामला दर्ज किया था. पुलिस ने मोहम्मद शरीक को इस धमाके के लिए जिम्मेदार ठहराया था.
कर्नाटक सरकार ने घटना की जांच एनआईए से कराने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखा था. राज्य सरकार ने पत्र में लिखा था कि चूंकि यह एनआईए अधिनियम 2008 की धारा 6 के एक अनुसूचित अपराध है इसलिए जरूरी कार्रवाई के लिए मामले पेश किया जा रहा है.
कर्नाटक पुलिस ने दी थी ये जानकारी
कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक प्रवीण सूद ने जानकारी दी थी कि केंद्र से औपचारिक निर्देश मिलने से पहले ही एनआईए और अन्य केंद्रीय एजेंसियां मामले को सुलझाने के लिए पहले दिन से ही राज्य की पुलिस के साथ काम कर रही हैं. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आलोक कुमार ने कहा ने जानकारी दी थी कि पुलिस घोषित संगठन की सत्यता और संदेश की सामग्री की सत्यता की पुष्टि कर रही है.
संदिग्ध के घर मिली थी आपत्तिजनक सामग्री
पुलिस को संदिग्ध के पास से सर्किट वाला कुकर, तार और बैटरी बरामद हुई थी. बताया गया कि कुकर बम से धमाके को अंजाम दिया गया था. 20 नवंबर को मैसुरु सिटी पुलिस ने संदिग्ध आरोपी के घर को खंगाला था, जहां से आपत्तिजनक सामग्री बरामद होने की बात कही गई थी.
यह भी पढ़ें- Bilkis Bano In SC: 11 दोषियों की रिहाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचीं बिल्किस बानो ने कहा, 'मैं फिर से लड़ूंगी'