नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में नमिता रेलवे स्टेशन पर हुए बम विस्फोट की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) करेगी. बता दें कि कुछ दिन पहले हुए इस धमाके में प्रदेश के श्रम मंत्री जाकिर हुसैन और कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. एनआईए ने विस्फोटक अधिनियम, और भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश), 307 (हत्या का प्रयास), और 326 (गंभीर चोट) के तहत मामला दर्ज किया है. इस मामले में अभी तक कोई आतंकी कनेक्शन सामने नहीं आया है.
एनआईए के सूत्र ने बताया कि एजेंसी केस की फाइलें सौंपने के लिए पत्र लिखेगी. हमले के सिलसिले में अब तक दो आरोपियों को हिरासत में लिया गया है.
मंत्री समेत 22 लोग हुए थे घायल
17 फरवरी को नमिता रेलवे स्टेशन पर हुए बम विस्फोट में मंत्री जाकिर हुसैन सहित कम से कम 22 लोग घायल हो गए थे. पुलिस के अनुसार, हुसैन पर उस समय बम फेंका गया, जब वह रात करीब 10 बजे कोलकाता जाने वाली ट्रेन में चढ़ने के लिए निमतिता रेलवे स्टेशन के एक प्लेटफॉर्म पर इंतजार कर रहे थे. मंत्री और दो अन्य घायलों को पहले जंगीपुर के अनुमंडलीय अस्पताल, फिर कोलकाता के एक अस्पताल में ले जाया गया. हुसैन को कथित तौर पर शरीर के बाएं हिस्से में चोट लगी.
सीएम ममता ने किया था साजिश का इशारा
बम विस्फोट की घटना के एक दिन बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद जिले में बम हमले के पीछे 'साजिश' की ओर इशारा किया था. उन्होंने कहा था कि विस्फोट टीएमसी छोड़ने के लिए हुसैन को मजबूर करने की साजिश का हिस्सा था. राज्य सरकार ने 18 फरवरी को हमले की जांच सीआईडी को सौंप दी थी.
ये भी पढ़ें: