ISRO NTL Report: इसरो के नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर (ISRO National Remote Sensing Centre) की ओर से हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की गई है, जिसके मुताबिक भारत में एक दशक के भीतर नाइट टाइम लाइट्स (Night Time Light) में 43 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. पिछले तीन दशकों से मानव गतिविधि और प्राकृतिक घटनाओं का अध्ययन करने के लिए वैज्ञानिकों ने रात में पृथ्वी की नाइट टाइम लाइट तस्वीर ली थी.
वहीं अर्थशास्त्रियों ने इस तस्वीर की जरिए विकास की दर को समझने का प्रयास किया है. आईएमएफ के एक प्रकाशन के हवाले से टाइम्स ऑफ इंडिया ने लिखा, "वास्तव में अगर एलियंस पृथ्वी के अंधेरे पक्ष से संपर्क करते हैं, तो उन्हें वैश्विक अर्थव्यवस्था के बारे में कुछ बुनियादी बातें पता होंगी."
एक दशक में NTL में 43% बढ़ोतरी
इसरो के नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर (NRSC) की ओर से जारी NTL एटलस के मुताबिक, भारत में 2012 की तुलना में 2021 में एनटीएल चमक में 43 फीसदी की वृद्धि हुई है. वहीं, कुछ राज्यों में पिछले एक दशक में नाइट टाइम लाइट में 400 फीसदी से अधिक की वृद्धि देखी गई है. डेटा की गणना करने के लिए NRSC, NASA और NOAA (नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन) के डेटा का उपयोग किया गया.
विकसित राज्यों का प्रदर्शन औसत रहा
राज्यवार विश्लेषण से पता चलता है कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश और तेलंगाना जैसे विकसित राज्यों में प्रतिशत वृद्धि मध्यम है. 2012 की तुलना में सभी के नाइट टाइम लाइट आंकड़ें 55% से कम हैं, जबकि कम विकसित राज्यों ने काफी अधिक NTL दर्ज की है.
बिहार ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया
एटलस के अनुसार, बिहार (474%), मणिपुर (441%), लद्दाख (280%) और केरल (119%) अच्छी वृद्धि देखी गई. दूसरी ओर गुजरात (58%), उत्तर प्रदेश (61%), अरुणाचल प्रदेश (66%) और मध्य प्रदेश (66%) की वृद्धि दिखी. असम, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, छत्तीसगढ़, चंडीगढ़, गोवा, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, ओडिशा, झारखंड, जम्मू और कश्मीर, कर्नाटक, लक्षद्वीप, महाराष्ट्र, नगालैंड, ओडिशा, पंजाब, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल में मध्यम वृद्धि देखी गई.