Gurpatwant Singh Murder Plot: खालिस्तान समर्थक और भारत विरोधी एजेंडा चला रहे गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की साजिश केस में गिरफ्तार निखिल गुप्ता का मामला शुक्रवार (15 दिसंबर) को सुप्रीम कोर्ट पहुंचा. निखिल गुप्ता के परिवार ने शुक्रवार (15 दिसंबर) को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और उन्होंने याचिका में कई दावे किए. निखिल गुप्ता पर अमेरिका ने आरोप लगाया था कि उसने पन्नू की हत्या की साजिश रची है.


लॉइव लॉ के मुताबिक याचिका में निखिल गुप्ता की ओर से दावा किया गया कि वो शाकाहारी और कट्टर हिंदू हैं. इसके बाद भी उन्हें चेक रिपब्लिक की जेल में पोर्क और जबरदस्ती बीफ खिलाया गया. ये मेरे धार्मिक विश्वास का उल्लघंन है. याचिका में आगे कहा गया कि काउंसलर एक्सेस (भारतीय अधिकारियों से मुलाकात) भी उन्हें नहीं दिया जा रहा. 


याचिका में क्या कहा गया?
निखिल गुप्ता के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि पकड़ते समय कोई अरेस्ट वारेंट नहीं दिखाया गया. गुप्ता के अमेरिका के प्रत्यर्पण की तैयारी चल रही है. 


मामला क्या है?
अमेरिका ने निखिल गुप्ता पर अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता रखने वाले खालिस्तानी समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Murder Plot) को मारने की नाकाम साजिश में एक भारतीय सरकारी कर्मचारी के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाया है. इसको लेकर भारत पहले ही जांच के लिए एक जांच टीम गठित कर चुका है. 


दरअसल, ये पूरा मामला ऐसे समय में सामने आया है जब सितंबर में, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आरोप लगाया था कि खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट शामिल हो सकते हैं. इसको भारत सरकार ने खाजिज करते हुए कहा था कि ट्रूडो का दावा राजनीति से प्रेरित है. इसके बाद से दोनों देशों में विवाद जारी है. 


बता दें कि वीडियो के जरिए गुरपतवंत सिंह पन्नू आए दिन भारतीयों नागरिकों को धमकी देता है. 


इनपुट भाषा से भी. 


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