नई दिल्ली: फरीदाबाद के निकिता मर्डर केस में इंसाफ की लड़ाई कल हंगामे में तब्दील हो गई. निकिता को इंसाफ दिलाने के लिए बल्लभगढ में महापंचायत हुई लेकिन महापंचायत में आए कुछ लोगों ने दिल्ली-फरीदाबाद हाइवे पर जमकर हंगामा किया. आगजनी और पत्थरबाजी हुई- पुलिस ने हंगामा करने के आरोप में 28 लोगों को गिरफ्तार किया है.
महापंचायत में निकिता को न्याय दिलाने की बातें हो रही थी. बारी-बारी से वक्ता सरकार पर दबाव बनाने और लव जिहाद के खिलाफ कानून लाने की बातें कर रहे थे. लेकिन तभी महापंचायत में आए कुछ युवा उग्र हो गए और दिल्ली-फरीदाबाद हाइवे की तरफ बढ़ गए. हाइवे जाम करने की कोशिश की और जमकर आगजनी हुई.
बवाल बढ़ता जा रहा था, प्रदर्शनकारी हाइवे पर पराली जलाकर उसे जाम करने की कोशिश कर रहे थे. पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो जमकर पत्थरबाजी शुरू हो गई. उग्र भीड़ को काबू करने में पुलिस के पसीने छूट गए. प्रदर्शनकारी नहीं माने तो पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इस हंगामे में 10 पुलिस वाले घायल हुए हैं.
महापंचायत में शामिल होने की आड़ में दिल्ली-फरीदाबाद हाइवे पर उपद्रव करने वाले 28 हुड़दंगियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इन सभी के खिलाफ बल्लभगढ़ सिटी थाना में केस दर्ज किया गया है. पुलिस का कहना है कि 28 में से 11 फरीदाबाद से बाहर के थे. 11 आरोपी पलवल, नोएडा, दिल्ली और गुरुग्राम के बताए जा रहे हैं. पुलिस ये पता करने की कोशिश कर रही है हंगामा करने वाले आरोपी किसी संगठन से जुड़े हैं या नहीं.
26 अक्टूबर को फरीदाबाद जिले के बल्लभगढ़ में पेपर देकर लौट रही बी-कॉम थर्ड ईयर की छात्रा निकिता की गोली मारकर हत्या की गई थी. हत्या के आरोपी नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद के चचेरे भाई तौसीफ, दोस्त रेहान और एक मददगार अजरुद्दीन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
मामले में SIT जांच कर रही है. सरकार ने इस मामले की सुनवाई फास्टट्रैक कोर्ट में किए जाने की मंजूरी दे दी है. हरियाणा की खट्टर सरकार पर लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने का दबाव बढ़ता जा रहा है. खट्टर सरकार जल्द कानून लाने का भरोसा भी दे रही है.